रांची: प्रवर्तन निदेशाल यानी ईडी ने निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है (ED attaches Pulse Hospital). ईडी ने पूजा सिंघल की 82.77 करोड़ की अचल संपत्ति को अंतरिम रूप से अटैच कर लिया है. इसमें रांची के बरियातू में मौजूद पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, पल्स डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर और दो जमीन शामिल हैं. वर्तमान में पूजा सिंघल रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं. ईडी ने मनरेगा घोटाला में उन्हें मई माह में ही गिरफ्तार किया था. 5 मई को छापेमारी के दौरान पूजा सिंघल के सीए के आवास से 19 करोड़ रू. बरामद किये गये थे.
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आपको बता दें कि पूजा सिंघल महज 21 साल की उम्र में यूपीएसपी की परीक्षा पास कर आईएएस बनी थीं. उनपर खूंटी में हुए 18.06 करोड़ के मनरेगा घोटाला मामले में कमीशन लेने का आरोप था. इस मामले में कई एफआईआर दर्ज हुए थे. बाद में चतरा और पलामू की डीसी रहते हुए भी उनके खातों में पैसे आए थे. जांच के दौरान ईडी ने केस को टेकओवर कर लिया था. इसी मामले में 6 मई को उनके तमाम ठिकानों पर छापेमारी हुई थी. उनसे पूछताछ के बाद ईडी ने 11 मई 2022 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. उनके खिलाफ पीएमएलए कोर्ट में ईडी ने 5 जुलाई को प्रोसिक्यूशन कंपलेन फाइल किया था. इस मामले में पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है.
28 नवंबर को ही ईटीवी भारत ने यह जानकारी दे दी थी कि किसी भी समय पूजा सिंघल की अचल संपत्ति अटैच की जा सकती है. सूत्रों के अनुसार पूजा सिंघल के सीए सुमन सिंह ने ईडी को बताया था कि वह अपनी अवैध कमाई को पल्स अस्पताल में खपाती थीं. पल्स अस्पताल के जरिए फर्जी बिल बनाकर ब्लैक मनी को व्हाइट किया जाता था. इस अस्पताल के निर्माण में 42 करोड़ से ज्यादा रू खर्च हुए थे लेकिन कागज पर सिर्फ 3.19 करोड़ दिखाया गया था. सूत्रों के मुताबिक मनरेगा घोटाला में शामिल खूंटी के तत्कालीन जेई राम विनोद सिन्हा, शशि प्रकाश, जय किशोर और राजेंद्र कुमार जैन की भी संपत्ति अटैच करने की तैयारी चल रही है.