नई दिल्ली:ईडी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वामपंथी उग्रवाद (left wing extremism) प्रभावित राज्य के राजनांदगांव जिले में स्थित संलग्न भूमि अश्विनी वर्मा और उनके छोटे भाई तमेश वर्मा के नाम पर है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने कहा कि अश्विनी वर्मा ने नक्सलियों से विमुद्रीकृत मुद्रा प्राप्त की और यह पैसा विभिन्न व्यक्तियों/स्थानीय किसानों से अनाज और कृषि उत्पादों की खरीद के लिए दिया.
बाद में अश्विनी वर्मा द्वारा खरीदे गए अनाज व कृषि उत्पादों को बेचा गया और पैसा कथित तौर पर उनके द्वारा ही प्राप्त किया गया. अश्विनी वर्मा ने इस पैसे को राजनांदगांव में 2975000 रुपये की लागत से एक कृषि भूमि की खरीद में निवेश किया, जिसे अब ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (Prevention of Money Laundering Act) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी करने के बाद संलग्न किया गया है.