नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है. यह इसे सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाएगी. मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम को 'वीडियो कॉन्फ्रेंस' के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था का आकार 2025 तक 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती का जिक्र करते हुए कहा कि देश में राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन के तहत 1500 अरब डॉलर के निवेश के अवसर हैं.
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम इस साल वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद कर रहे हैं, जो हमें सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाएगी. उन्होंने कहा कि 'नए भारत' में हर क्षेत्र में रूपांतरकारी बदलाव हो रहे हैं, और देश के आर्थिक सुधार का एक प्रमुख स्तंभ प्रौद्योगिकी आधारित वृद्धि है. हम हर क्षेत्र में नवाचार का समर्थन कर रहे हैं. ब्रिक्स बिजनेस फोरम का आयोजन पांच देशों के समूह के शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले हुआ. उन्होंने कहा कि महामारी से पैदा होने वाली आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए हमने भारत में ‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन’ के मंत्र को अपनाया.
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इस नजरिए के नतीजे भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन से स्पष्ट हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंतरिक्ष, समुद्री अर्थव्यवस्था, हरित हाइड्रोजन, स्वच्छ ऊर्जा, ड्रोन और भू-स्थानिक डेटा जैसे कई क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने वाली नीतियां बनाई हैं. मोदी ने कहा कि आज, भारत में नवाचार के लिए दुनिया में सबसे अच्छे परिवेश में से एक है, जो भारतीय स्टार्टअप की बढ़ती संख्या से साबित होता है. भारत में 70,000 से अधिक स्टार्टअप में 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं, और उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान भी, भारत ने कारोबारी सुगमता के लिए कई प्रयास किए. व्यापार पर अनुपालन बोझ को कम करने के लिए हजारों नियमों में बदलाव किए गए हैं. सरकारी नीतियों में अधिक पारदर्शिता और निरंतरता लाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किए जा रहे हैं और डिजिटल क्षेत्र के विकास ने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे आईटी क्षेत्र में काम करने वाले 44 लाख पेशेवरों में लगभग 36 प्रतिशत महिलाएं हैं. प्रौद्योगिकी आधारित वित्तीय समावेशन का अधिकतम लाभ हमारे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को भी मिला है. मोदी ने कहा कि ब्रिक्स महिला व्यापार गठबंधन भारत में इस परिवर्तनकारी बदलाव का अध्ययन कर सकता है. ब्रिक्स दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों - ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका- को एक मंच पर लाता है. इन देशों की कुल हिस्सेदारी वैश्विक आबादी में 41 प्रतिशत, वैश्विक जीडीपी में 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार में 16 प्रतिशत है.