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सूरत में किसान की बेटी की अनोखी शादी, कन्यादान में गाय दान के साथ पर्यावरण बचाने का दिया संदेश - eco friendly marriage in surat

गुजरात के सूरत के एक किसान ने अपनी बेटी की शादी में आने वाली पीढ़ी को दिया अनोखा संदेश कन्यादान में जैविक व केमिकल फ्री खाना व सामग्री के साथ ही गिर गाय बेटी को उपहार में दिया. इतना ही नहीं आधुनिक डोली की जगह मंडप में बेटी का प्रवेश भी बैलगाड़ी से हुआ. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

A unique wedding of a farmer's daughter in Surat
सूरत में किसान की बेटी की अनोखी शादी

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Published : Dec 10, 2022, 5:46 PM IST

Updated : Dec 10, 2022, 6:03 PM IST

सूरत: सूरत शहर के पाल इलाके में एक किसान ने अपनी बेटी की शादी अनोखे अंदाज में प्रकृति को समर्पित की. इस शादी में आर्गेनिक और केमिकल फ्री कुकिंग, कन्यादान में बेटी को गिर गाय भेंट किए जाने के साथ ही कंकोत्री में तुलसी के बीज डालकर शादी समारोह के जरिए युवा पीढ़ी को पर्यावरण बचाने का अहम संदेश दिया है.

एक रिपोर्ट

बता दें कि सूरत जिले के किसान विपुल पटेल ने अपनी बेटी की शादी के लिए खास इंतजाम करने के साथ ही लोगों को अचरज में डाल दिया. शादी में जहां माता-पिता लाखों रुपये खर्च कर अपनी बेटी के लिए खास योजनाएं बनाते हैं वहीं किसान विपुल ने अपनी बेटी की शादी में ऐसा संदेश दिया है जिसे लोग सालों तक याद रखेंगे. शादी समारोह में नो-प्लास्टिक और कुकिंग प्लेट्स में ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया गया जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती और दोबारा इस्तेमाल नहीं की जा सकती.

इतना ही नहीं उन्होंने 23 साल की बेटी रिद्धि कन्यादान में 'गौ माता' का दान किया. किसान विपुल की 23 साल की बेटी रिद्धि की शादी प्लास्टिक थीम पर हुई. इतना ही नहीं, शादी के लिए जो कंकोत्री दी गई थी जो वह तुलसी के बीज से बनी थी. गमले में लगाने से तुलसी का पौधा उग आएगा. वहीं आधुनिक जमाने से इतर मंडप में बेटी का प्रवेश भी बैलगाड़ी से ही होता है. इसके अलावा इस शादी की एक खासियत यह भी है कि बेटी हर महीने अपनी आमदनी का 10 प्रतिशत गौमाता को समर्पित करेगी.

आर्गेनिक व केमिकल फ्री मेन्यू :परिवार के सदस्य जयदीप पटेल ने कहा कि मेरे मित्र ने संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए विशेष रूप से बेटी की शादी की योजना बनाई. इस शादी में खाना बनाने में आर्गेनिक और केमिकल फ्री मेन्यू रखा गया था. वहीं बर्तन से लेकर पानी के कप तक में सामान्य रूप से प्लास्टिक का प्रयोग किया जाता है लेकिन यहां पर कागज के गिलास में लोगों को पानी पिलाया गया.

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Last Updated : Dec 10, 2022, 6:03 PM IST

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