नई दिल्ली : असली शिवसेना कौन है, 'धनुष और तीर' चुनाव चिह्न का उपयोग करने का वास्तव में कौन हकदार है इसको लेकर घमासान छिड़ा है. इस बीच निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है.
पार्टी के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी करके निर्वाचन आयोग ने दोनों से कहा है कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नये नाम और चुनाव चिह्न सुझाएं.
आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिह्नों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा. अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव नजदीक आने की स्थिति में शिंदे गुट द्वारा अनुरोध किए जाने पर आयोग ने अंतरिम आदेश जारी किया है. इस पर उद्धव ठाकरे धड़े के अंबादास दानवे ने कहा कि अंधेरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए शिवसेना के चुनाव चिह्न पर रोक लगाने का निर्वाचन आयोग का अंतरिम आदेश अन्याय है.
दरअसल चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट (uddhav faction) को पार्टी के चुनाव चिह्न 'धनुष और तीर' (shiv sena poll symbol) को लेकर दावे के संबंध में 8 अक्टूबर तक जवाब देने के लिए कहा था. इसी के तहत उद्धव गुट ने शनिवार को ईसी को दस्तावेज सौंपे.
एकनाथ शिंदे के भाजपा के साथ आने के बाद असली शिवसेना कौन है, 'धनुष और तीर' चुनाव चिह्न का उपयोग करने का वास्तव में कौन हकदार है. इसको लेकर बहस छिड़ गई है. अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में ये तय किया जाना जरूरी है कि असली चुनाव चिह्न का हकदार कौन है. अब ईसी ने उपचुनाव में दोनों गुटों के इसके इस्तेमाल से रोक दिया है.