नई दिल्ली: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में आज सुबह करीब 06:59 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, अंडमान और निकोबार द्वीप से 106 किमी उत्तर-पूर्व में 4.4 तीव्रता का भूकंप आया. बता दें, भूकंप की गहराई जमीन से 70 किमी नीचे थी.
बता दें, शुक्रवार दोपहर को भी अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, दोपहर करीब 12:43 बजे अंडमान और निकोबार द्वीप से 108 किमी उत्तर-पूर्व डिगलीपुर में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया. बता दें, भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी.
जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
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जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है. इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है. अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है.