नई दिल्ली: म्यांमार के बर्मा में आज तड़के करीब 3 बजकर 52 मिनट पर 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप की गहराई जमीन से 140 किमी नीचे थी.
सितंबर के महीने में कहां-कहां आया भूंकप, जानें
21 सितंबर को चिली के कंसेप्शन शहर में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए जिससे इमारतें हिल गईं थी. हालांकि, किसी क्षति की कोई सूचना नहीं मिली. वहीं, अमेरिका के लॉस एंजिलिस में 18 सितंबर को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप से कोई बड़ा नुकसान होने या किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली थी.
जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
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जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है. इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है. अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है.