नई दिल्ली : तुर्की में भूकंप की वजह से चारों ओर कोहराम मचा है. कहा जा रहा है कि तुर्की के इतिहास में यह दूसरा सबसे भीषण तीव्रता वाला भूकंप है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 सालों में 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को आए भूकंप में मौत का आंकड़ा 2300 से अधिक तक पहुंच चुका है. ऐसे में भूकंप पर अनुसंधान कर रहे फ्रैंक हूगरबीट्स (Frank Hoogerbeets) का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. उन्होंने तीन फरवरी को एक ट्वीट किया था.
इस ट्वीट में लिखा हुआ है कि अगले दो-तीन दिनों में 7.5 तीव्रता का भूकंप आएगा. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि भूकंप का दायरा दक्षिण केंद्रीय तुर्की, जॉर्डन, सीरिया और लेबनान होगा. अब इस ट्वीट को लेकर लोग पूछ रहे हैं कि भूकंप को लेकर आखिर कोई इतनी सटीक भविष्यवाणी कैसे कर सकता है. इसका जवाब हूगर ने भी दिया है.
हूगर को किसी ने नेस्ट्रोडॉम, तो किसी ने किसी और नाम से संबोधित किया है. सोशल मीडिया पर यूजर ने पूछा कि आपने इस तरह की भविष्यवाणी किस आधार पर की है. इस बात से परेशान हूगर ने लिखा है कि वह इस सवाल का जवाब देते-देते थक चुके हैं.
हूगर ने कहा कि इस सवाल का जवाब जानने के लिए आपको 30 जनवरी का मेरा ट्वीट पढ़ना होगा. इसमें उन्होंने लिखा है कि बड़े भूकंप अक्सर क्लस्टर में होते हैं. जनवरी 2023 में 10 दिनों में तीन भूकंप आए, जिनकी तीव्रता 7 थी. नवंबर 2022 में 13 दिनों में तीन 7 तीव्रता के भूकंप आए. एम 7 भूकंप की दीर्घकालिक औसत घटना 20-24 दिनों की होती है, लेकिन औसत इस संबंध में ज्यादा मायने नहीं रखता है.