नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके मलेशियाई समकक्ष जाम्ब्री अब्दुल कादिर ने मंगलवार को रक्षा, व्यापार, निवेश और स्वास्थ्य क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने को लेकर व्यापक चर्चा की. दोनों मंत्रियों ने छठी भारत-मलेशिया संयुक्त आयोग बैठक (जेसीएम) में बातचीत की.
जयशंकर ने वार्ता से पहले एक्स पर कहा, 'नई दिल्ली में मलेशियाई विदेश मंत्री जाम्ब्री का गर्मजोशी भरा स्वागत. आज शाम हमारी छठी संयुक्त आयोग बैठक उन्नत रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाएगी.' पिछले हफ्ते, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जेसीएम में राजनीति, रक्षा, सुरक्षा, आर्थिक, व्यापार और निवेश, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा होगी. पिछली जेसीएम 2011 में कुआलालंपुर में आयोजित हुई थी.
मलेशियाई विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि दोनों विदेश मंत्री आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. इसने कहा, 'इस यात्रा से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है.'
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया में गंभीर स्थिति पर चर्चा की थी. इस बारे में जयशंकर ने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट किया था कि ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बातचीत की. इस दौरान पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं पर चर्चा की गई. तनाव को रोकने और मानवीय सहायता प्रदान करने के महत्व से अवगत कराया. संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की. इजरायल ने आरोप लगाया है कि ईरान हमास का समर्थन करता है। हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था, जबकि तेहरान ने खुद को इस घटनाक्रम से दूर कर लिया है. इजरायल पर हमास के हमले के बाद से गाजा पट्टी पर बार-बार बम हमले हो रहे हैं, जिससे हजारों नागरिक मारे गए हैं.
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