नई दिल्ली :विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Foreign Minister of China Wang Yi) के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जो एक घंटे तक चली. दोनों नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वर्तमान स्थिति और भारत-चीन संबंधों से जुड़े मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
बैठक के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, 'दुशांबे में एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर चीन के स्टेट काउंसलर एवं विदेश मंत्री वांग यी के साथ एक घंटे चली द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हुई. इस दौरान पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी से संबंधित लंबित मुद्दों पर चर्चा हुई.'
उन्होंने कहा कि संबंधों के विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पूर्ण शांति बहाली और समरसता को बरकरार रखना आवश्यक है. जयशंकर ने कहा, 'इस बात को रेखांकित किया कि यथास्थिति में एकतरफा बदलाव स्वीकार्य नहीं है. संबंधों के विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पूर्ण शांति बहाली और समरसता को बरकरार रखना आवश्यक है.'
अगले दौर की सैन्य वार्ता आयोजित करने पर बनी सहमति
विदेश मंत्रालय के अनुसार, बैठक में दोनों मंत्रियों ने जल्द ही अगले दौर की सैन्य वार्ता आयोजित करने पर सहमति जताई, जिसका केंद्र पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने के लिए लंबित मुद्दों पर चर्चा करने पर होना चाहिए.
मंत्रालय ने कहा कि इस बात पर भी सहमति बनी है कि दोनों पक्ष जमीनी स्तर पर स्थिरता सुनिश्चित करना जारी रखेंगे और कोई भी पक्ष एकतरफा कार्रवाई नहीं करेगा, जिससे तनाव में वृद्धि हो.