कोलकाता : शहर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाली एक दुर्गा पूजा समिति समस्त पूजा-पाठ चार महिला पुजारियों के एक समूह से कराने का फैसला कर एक नया उदाहरण स्थापित करने जा रही है.
शहर की 66 पल्ली पूजा समिति ने पिछले साल के अंत में अपने प्रख्यात पुरुष पुजारी का निधन हो जाने के बाद पूजा-पाठ की स्थापित परंपरा में नया बदलाव करने का फैसला किया है. समिति इसे लेकर आशावादी है कि इसे इलाके के बाशिंदे और लोग स्वीकार करेंगे तथा वे भविष्य में भी इस नयी परपंरा को जारी रख सकेंगे.
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पूजा समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रद्युम्न मुखर्जी ने कहा, 'सभी चार महिलाएं विद्वान हैं, वे धर्मग्रंथों की ज्ञाता हैं, अपने-अपने क्षेत्रों में प्राध्यापक हैं और देवी (दुर्गा) की पुजारी होने की सभी अर्हता पूरी करती हैं.' ये चार महिला विद्वान, नंदिनी भौमिक और उनकी तीन सहयोगी--रूमा, सेमांतो और पुवलोमी हैं.
भौमिक, एक कॉलेज से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद यादवपुर विश्वविद्यालय में संस्कृत की 'गेस्ट लेक्चरर' हैं. उन्होंने कहा, 'हमें लगता है कि धर्मग्रंथों की व्याख्या आधुनिक पीढ़ी को एक उपयुक्त तरीके से करने की जरूरत है.' पूजा समिति ने दुर्गा पूजा का विषय 'देवी मां की पूजा माताओं द्वारा की जाएगी', रखा है.
(पीटीआई-भाषा)