मोदी सरकार की नीतियों के चलते अधिकांश घरों का बजट बिगड़ा, अब परिवर्तन का समय: कांग्रेस - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
PM Narendra Modi, Congress Targets PM Modi, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मुंबई में देश के सबसे लंबे पुल अटल ब्रिज का उद्घाटन किया है. इस पर कांग्रेस पार्टी ने चुटकी लेते हुए उन पर हमला बोला है. कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि देश में कहीं पर भी लगाए गए नए बिजली के खंभे का भी श्रेय पीएम मोदी लेने में व्यस्त हैं और देश में खुदरा मंहगाई बढ़ती जा रही है.
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने दिसंबर में खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह भारत में कहीं भी लगाए गए एक नये बिजली के खंभे का भी श्रेय लेने में व्यस्त हैं, जबकि आवश्यक वस्तुओं की मूल्य वृद्धि पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो गई है.
शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खुदरा महंगाई में तेजी का दौर जारी है. सब्जी, दाल और मसालों के महंगा होने से दिसंबर में खुदरा मुद्रास्फीति तेजी से बढ़कर चार महीनों के उच्च स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गयी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 'ऐसे में जब प्रधानमंत्री भारत में कहीं भी लगाये गए एक नये बिजली के खंभे का भी श्रेय लेने में व्यस्त हैं, आवश्यक वस्तुओं की मूल्य वृद्धि पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो गई हैं.'
रमेश ने कहा कि 'खाद्य पदार्थों की कीमतों में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है और शहरों में तो और भी अधिक है. कुल मिलाकर कीमतें कुछ महीनों में उच्चतम स्तर 5.7 प्रतिशत पहुंच गई हैं. ऐसे में जब कीमतें बढ़ रही हैं, भारतीय युवाओं को नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं. 25-29 आयु वर्ग के युवाओं के लिए बेरोजगारी 4 साल के उच्चतम स्तर पर है, 30-34 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं के लिए 3 साल के उच्चतम स्तर पर और 20-24 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं के लिए 45.5 प्रतिशत के चौंकाने वाले स्तर पर है.'
उन्होंने आगे कहा कि 'जो नौकरी कर रहे हैं, उनके लिए वेतन बढ़ोतरी बढ़ती कीमतों के अनुरूप नहीं है.' कांग्रेस महासचिव ने 'बदलेगा भारत, जीतेगा इंडिया' के साथ कहा कि आप किसी भी पैमाने पर देखें, मोदी सरकार की नीतियों की वजह से अधिकांश भारतीय घरों का बजट गड़बड़ा गया है. उन्होंने कहा कि यह बदलाव लाने का समय है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर, 2023 में 5.55 प्रतिशत और दिसंबर, 2022 में 5.72 प्रतिशत रही थी.
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर, 2023 में बढ़कर 9.53 प्रतिशत हो गयी, जो इससे पिछले महीने 8.7 प्रतिशत और दिसंबर 2022 में 4.19 प्रतिशत थी. अगस्त 2023 में मुद्रास्फीति 6.83 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गयी थी.