कोरापुट (ओडिशा): प्रशासन की वर्षों की उदासीनता और कंस्ट्रक्शन कंपनी के लापरवाह रवैये से ग्रामीणों ने नदी पर अपने दम पर अस्थायी पुल का निर्माण किया. दशमंतपुर ब्लॉक में नंदीगांव पंचायत के मधुबिशाली, सालपगुडा, टेटलीगुडा, माल्टीगुडा, चकली और झाबरपदार के ग्रामीणों को पंचायत मुख्यालय के पास बहने वाली नदी के दूसरी तरफ 2017 में एक पुल का निर्माण शुरू होने के बाद से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
पांच साल पहले, इन गांवों के लोग नदी के कम जल प्रवाह वाले स्थानों का चयन करके पूरे वर्ष कठिनाई से नदी पार करते थे. हालांकि, 2017 में ग्रामीणों की बार-बार मांग के बाद, एनबीसीसी निर्माण कंपनी को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा नदी पर 76.05 मीटर लंबा पुल बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. 277.8 लाख रुपये की कुल लक्ष्य लागत पर 2019 तक पुल का काम पूरा करने का आदेश दिया गया था.
लेकिन विकासकर्ता की मनमानी और ग्रामीणों की दुर्दशा के प्रति सरकार की उदासीनता के कारण पुल निर्माण के लिए नदी में गड्ढे खोदकर पानी में मिट्टी जमा करने के बाद काम आगे नहीं बढ़ पाया. नतीजा यह हुआ कि नदी में बहने वाले पानी के बहाव ने अपनी दिशा बदल ली और थोड़ी सी बारिश होने पर ग्रामीणों ने शिकायत की कि लोगों का आना-जाना लगातार बाधित रहता है.