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164 करोड़ में इंफोसिस ने बनाया टैक्स पोर्टल, फिर टैक्स भरने में क्यों आ रही है दिक्कत ?

क्या आपको आयकर विभाग के पोर्टल से टैक्स रिटर्न फाइल कर दिया है ? क्या अब भी आपको रिटर्न फाइल करने में दिक्कत हो रही है ? इस पोर्टल पर आखिर कौन-कौन सी दिक्कतें आ रही हैं और इसे लेकर सरकार क्या कर रही है. आपके रिटर्न पर इसका क्या असर पड़ेगा ? जानने के लिए पढ़िये पूरी ख़बर

INCOME TAX
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Published : Aug 30, 2021, 8:30 PM IST

हैदराबाद: सरकार ने आयकर भरने में लोगों की सहूलियत के लिए एक नया पोर्टल लॉन्च किया था लेकिन इस पोर्टल से लोगों को सहूलियत की बजाय दिक्कत हो रही है. आखिर करदाताओं को कौन-कौन सी परेशानियां हो रही हैं ? इसका आपके रिटर्न फाइल करने पर क्या असर पड़ सकता है ? सरकार इसे लेकर क्या कर रही है ? ऐसे हर सवाल का जवाब जानने से पहले

इस पोर्टल के बारे में जानिये

आयकर विभाग ने 7 जून 2021 को www.incometax.gov.in नाम से पोर्टल की शुरुआत की थी. इस पोर्टल को मशहूर आईटी कंपनी इंफोसिस ने बनाया है. दावा किया गया था कि इससे आयकर भरना बहुत ही आसान और सुविधाजनक होगा. जिससे समय की बचत होगी, पोर्टल के यूजर फ्रेंडली और रिफंड प्रोसेस में तेजी का भी हवाला दिया गया. लेकिन पहले दिन से ही आयकर भरने वालों को इस पोर्टल ने परेशान कर दिया. इंफोसिस ने जल्द से जल्द समस्या के समाधान की बात कही लेकिन करीब 3 महीने बाद भी आयकर दाताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे जुड़ी समस्याओं को शेयर किया.

क्या आपको ITR फाइल करने में दिक्कत आ रही है ?

पोर्टल में क्या दिक्कतें आ रही हैं ?

नए टैक्स पोर्टल में शुरुआत में पोर्टल के ना खुलने से लेकर पोर्टल के स्लो चलने तक जैसी शिकायतें आई. जिससे आयकर दाताओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी लेकिन धीरे-धीरे कई दूसरी परेशानियों से भी लोगों को दो चार होना पड़ा.

-प्रोफाइल अपडेट करने में दिक्कत

-पासवर्ड बदलने से लेकर लॉगिन करने तक में लग रहा लंबा वक्त

-आधार वेलिडेशन के लिए ओटीपी जनरेट ना होना

-TDS रिटर्न रिजेक्ट हो रहे हैं

-आयकर रिटर्न के ई-वेरिफिकेशन में परेशानी

-ओटीपी आने में देरी

-ब्याज की गणना में गड़बड़ी

-पोर्टल की धीमी रफ्तार

-विवाद से विश्वास का टैब का काम ना करना

-कुछ फॉर्म का फाइल ना होना

-चालान नंबर से जुड़ी समस्याएं

इनकम टैक्स पोर्टल में आ रही दिक्कतों को लोगों ने सोशल मीडिया पर किया शेयर

इंफोसिस पहले भी बना चुका है सरकार के लिए पोर्टल

आयकर विभाग के पोर्टल से पहले इंफोसिस ने जीएसटी के भुगतान और रिटर्न फाइलिंग के लिए पोर्टल बनाया था. इसके लिए कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का पोर्टल भी इंफोसिस ने तैयार किया था. इंफोसिस के तैयार किए इन पोर्टल्स के भी धीमे होने समेत तमाम दिक्कतों के चलते कंपनी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. गौरतलब है कि इन पोर्टल को बनाने में सरकार और इंफोसिस के बीच करोड़ों की डील हुई थी.

इंफोसिस ने बनाया है इनकम टैक्स पोर्टल

जीएसटी भुगतान और रिटर्न फाइलिंग के पोर्टल के लिए सरकार और इंफोसिस के बीच 1380 करोड़ रूपये और कॉरपोरेट मंत्रालय के पोर्टल के लिए 370 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रेक्ट हुआ था. वहीं आयकर विभाग के नए पोर्टल के लिए सरकार ने इंफोसिस को 164 करोड़ रुपये दिए थे.

सरकार क्या कर रही है ?

7 जून से ही जब पोर्टल में दिक्कतें आनी शुरू हुईं तो 8 जून को ही निर्मला सीतारमण ने पोर्टल में आ रही परेशानियों को लेकर ट्वीट किया और इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणी को टैग किया. जिसपर इंफोसिस ने खेद जताते हुए जल्द से जल्द समस्या के निपटारे का आश्वासन दिया, लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ.

बीती 23 अगस्त को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंफोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख को तलब कर लिया. इंफोसिस को 15 सितंबर तक टैक्स पोर्टल में आ रही तमाम दिक्कतों को दूर करने के लिए कहा गया. इससे पहले 22 अगस्त को इंफोसिस के COO प्रवीण राव से भी सरकार ने इस मुद्दे पर बात की थी.

सरकार ने इंफोसिस को 15 सितंबर तक सब दुरुस्त करने को कहा

इंफोसिस की क्या दलील दी ?

वित्त मंत्री से मुलाकात के बाद सलिल पारेख ने कहा कि उनकी टीम पोर्टल की दिक्कतों को दूर करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है. 750 से ज्यादा लोगों की टीम इस प्रोजेक्ट में लगी है और इंफोसिस के COO प्रवीण राव खुद इस प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहे हैं. प्रवीण राव ने भी इनकम टैक्स पोर्टल में आ रही दिक्कतों को जल्द से जल्द हल करने की प्रतिबद्धता जताई.

इसके बाद क्या हुआ ?

21 अगस्त से 2 दिन के लिए पोर्टल पूरी तरह से ठप था. जिसके बाद रिटर्न भरने के काम में कुछ तेजी देखी गई और अगले 4 दिन तक रोज़ाना औसतन 5 लाख से ज्यादा रिटर्न भरे गए. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक ये आंकड़े बताते हैं कि पोर्टल से जुड़ी समस्याएं दूर हो रही हैं.

हालांकि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अब तक 80 लाख रिटर्न भरे जा चुके हैं जो साल 2019-20 में टैक्स भरने के अंतिम दिन तक भरे कुल रिटर्न का करीब 8 फीसदी है. आंकड़ों के मुताबिक बीते वित्त वर्ष के लिए जनवरी में करीब 5.8 करोड़ आयकर रिटर्न भरे गए थे और आखिरी दिन करीब 20 लाख रिटर्न भरे गए. बीते साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई बार रिटर्न भरने की आखिरी तारीख बढ़ाई गई थी. आखिर में इसे 10 जनवरी किया गया था.

क्या इस बार भी बढ़ सकती है रिटर्न भरने की तारीख ?

फिलहाल इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 30 सितंबर है, जो पहले 31 जुलाई थी लेकिन जिस तरह से टैक्स पोर्टल पर आयकर दाताओं को रिटर्न फाइल करने में दिक्कतें आ रहीं हैं उसे देखते हुए सरकार को रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख आगे बढ़ानी पड़ सकती है. गौरतलब है कि पिछले साल भी कोरोना की वजह से 4 बार इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख बढ़ाई थी.

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