बेलागवी :कर्नाटक में सूखे की स्थिति का आकलन करने के लिए आई एक केंद्रीय टीम के बेलागावी जिले के दौरे के दौरान शुक्रवार को एक किसान ने उनके सामने ही आत्महत्या का प्रयास किया. जब टीम खेतों और कृषि क्षेत्रों का दौरा कर रही थी, किसान कीटनाशक की एक बोतल लेकर अधिकारियों के पास पहुंचा और उसे पीने की कोशिश की. हालांकि, त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधिकारियों ने उससे बोतल छीन ली.
परेशान अप्पासाहेब लक्कुंडी ने तब कहा कि उसने 40 एकड़ में जो फसल उगाई थी वह सूखे के कारण पूरी तरह से नष्ट हो गई, जिसके कारण उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा. उसने उन अधिकारियों पर भी नाराजगी व्यक्त की जो किसानों के पास जाते हैं, उन्हें मुआवजे का वादा करते हैं और फिर इसके बारे में कुछ नहीं करते हैं. लक्कुंडी ने अफसोस जताया कि राज्य सरकार के पास महिलाओं के लिए मुफ्त योजनाएं हैं लेकिन किसानों के लिए कुछ भी नहीं है.
टीम के साथ आए बेलगावी डीसी नितेश पाटिल ने जिले में सूखे की गंभीर स्थिति के बारे में बात की. मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गुरुवार को अंतरमंत्रालयी केंद्रीय टीम से बातचीत की और उनसे राज्य के किसानों के हित में उचित कदम उठाने को कहा. केंद्रीय टीम को राज्य में सूखे की स्थिति के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय दिशानिर्देशों के अनुसार 195 तालुकों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. अन्य 32 तालुके निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं.