Srinagar Airport: अब भीड़ के कारण नहीं मिस होगी फ्लाइट, श्रीनगर एयरपोर्ट पर शुरू हुई 'ड्रॉप एंड गो' सुविधा - भीड़ के कारण नहीं मिस होगी फ्लाइट
श्रीनगर हवाई अड्डे (Srinagar airport) के एंट्री गेट पर 'ड्रॉप एंड गो' सुविधा शुरू की गई है. एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने बताया कि ऐसा भीड़ कम करने और यात्रियों की सुविधा के लिए किया गया है.
श्रीनगर एयरपोर्ट
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Published : Jun 9, 2023, 6:14 PM IST
श्रीनगर: यात्रियों को परेशानी मुक्त यात्रा प्रदान करने के लिए श्रीनगर हवाई अड्डे (Srinagar airport) के अधिकारियों ने हवाई अड्डा परिसर के प्रवेश द्वार पर 'ड्रॉप एंड गो' सुविधा शुरू की है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि हवाईअड्डे पर देरी और परेशानी के बारे में यात्रियों की शिकायतें लंबे समय से हैं, इसे दूर करने के लिए ये कदम उठाया गया है.
श्रीनगर हवाईअड्डे के निदेशक कुलदीप सिंह ऋषि ने एक बयान में कहा कि ये सुविधा यात्रियों को ड्रॉप गेट पर अपने वाहनों को छोड़ने और सीधे अपना सामान एक्स-रे पर रखने की अनुमति देगी और स्क्रीनिंग के बाद वे ई-कार्ट पर सवार हो सकते हैं.
सिंह ने कहा कि नई सुविधा के तहत यात्री अपने वाहनों को ड्रॉप गेट पर छोड़ सकते हैं. इसके बाद यात्री सीधे अपना सामान एक्स-रे पर डालेंगे और स्क्रीनिंग के बाद ड्रॉप गेट पर स्थित हमारे ई-कार्ट में सवार हो सकेंगे. यात्री चाहें तो पेड पोर्टर सर्विस का भी लाभ उठा सकते हैं.
सिंह ने कहा कि आरामदायक, पर्यावरण के अनुकूल, बैटरी से चलने वाली ई-गाड़ियां यात्रियों को उनके सामान के साथ टर्मिनल भवन तक ले जाएंगी, यह सुविधा पूरक है और वे इस सेवा का उपयोग करने के लिए यात्रियों से कोई शुल्क नहीं ले रहे हैं.
उन्होंने कहा, यात्री चेक-इन प्रक्रिया के लिए चेक-इन काउंटरों पर जा सकते हैं. श्रीनगर हवाई अड्डे के निदेशक के अनुसार, सुविधा से वाहनों के आवागमन में 40 से 50% की कमी आएगी, जबकि स्क्रीनिंग समय और ड्रॉप गेट पर प्रतीक्षा समय भी आनुपातिक रूप से कम हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि वाहन की जांच, सामान की जांच और व्यक्तिगत तलाशी एक समय लेने वाली प्रक्रिया है और इसके परिणामस्वरूप हवाईअड्डे पर प्रवेश करने वाले यात्रियों को देरी होती है. परेशानी इस हद तक बढ़ रही है कि हमें अक्सर यात्रियों को चार घंटे पहले एयरपोर्ट आने की सलाह देनी पड़ती है ताकि उनकी फ्लाइट छूट न जाए. एयरपोर्ट के ड्रॉप गेट एंट्री पर भीड़ लंबे समय से चली आ रही समस्या है. इसे रोकना जरूरी है ताकि हमारे यात्री अपनी बारी के इंतजार में समय बर्बाद न करें.