सिवान:ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस (11123) के लोको पायलटों ने बिहार के सीवान स्टेशन के पास रेलवे क्रॉसिंग के पास चाय पीने के लिए ट्रेन को रोकने के बाद रेलवे ने जांच के आदेश दिए है. नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे (एनईआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह के मुताबिक गार्ड और लोको पायलटों को स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सिवान स्टेशन मास्टर अनंत कुमार ने बताया कि मामला स्टेशन निदेशक के संज्ञान में लाया गया. जानकारी के मुताबिक ट्रेन के स्टारेड नहीं होने ते बाद भी ट्रेन को रोकने के कारण रेलवे क्रॉसिंग के दोनों ओर वाहन फंस गए. यहां तक कि मरीज के साथ एक एंबुलेंस भी फंसी रही.
चाय के शौकीनों के क्या कहने. बस रोककर चाय पीने की बातें तो आपने खूब सुनी होंगी लेकिन सिवान में तो चाय के लिए ट्रेन के सैकड़ों यात्रियों को इंतजार करना पड़ गया (Driver Stopped Train for Tea in Siwan). बताया गया कि ट्रेन सिसवन ढाला पर खड़ी थी. दोनों तरफ से फाटक लगा था. एक तरफ ट्रेन में यात्री इंतजार कर रहे थे, तो दूसरी तरफ सड़क पर दो चक्का, तीन चक्का और चार चक्का वाहन की लंबी कतार लग गई थी. गर्मी से परेशान लोग ढाला पर खड़ी 11123 डाउन झांसी एक्सप्रेस के जाने का इतजार करने लगे. लेकिन एक्सप्रेस तो तभी खुली जब गार्ड चाय लेकर वापस इंजन के केबिन में बैठ गए. चाय की पहली चुस्की के बाद लोको पायलट ने ट्रेन आगे बढ़ाई.
सोशल मीडिया पर वायरल है तस्वीरः पूरे मामले की एक तस्वीर इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. किसी ने ढाला पर इंतजार करते हुए पूरे वाकया को अपने कैमरे में कैद कर लिया और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. मामला वायरल होने के बाद अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन रुकी थी या नहीं इस बात की जांच करायी जाएगी. सूचना के अनुसार यह तस्वीर शुक्रवार सुबह की है. ड्राइवर ने चाय के लिए ट्रेन रोक दी थी. ट्रेन नंबर 11123 डाउन झांसी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने 91 ए सिसवन ढाला पर चाय पीने के लिए ट्रेन रोक दी थी. गार्ड ढाला के पास स्थित दुकान से चाय लेकर आया और फिर इंजन में सवार हुआ. ढाला बंद था और लोग इंतजार करते रहे और तमाशा देखते रहे.
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पहले से ढाला पर था गार्डः मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन का गार्ड पहले से ढाला (रेलवे फाटक) पर था. झांसी यानी ग्वालियर मेल एक्सप्रेस सुबह 5:27 बजे सिवान स्टेशन पहुंची. इसी दौरान ट्रेन का गार्ड चाय के लिए ट्रेन से उतर कर सिसवन ढाला स्थित चाय की दुकान पर आ गया. तब तक ट्रेन खुलने का समय हो गया. सुबह 5:30 बजे सिवान स्टेशन से ट्रेन खुल गई. ड्राइवर को यह पहले से पता था कि गार्ड ढाला पर है. इसलिए वह धीमी गति में ट्रेन ढाला पर लाया और फिर ट्रेन को रोक दी. गार्ड दोनों हाथ में चाय का कप लिए हुए ट्रेन की इंजन पर गया. पहले ड्राइवर को चाय दी. इसके बाद खुद इंजन में सवार हुआ. मामले में स्टेशन अधीक्षक अनंत कुमार का कहना है कि इस तरह की तस्वीर संज्ञान में आयी है. तस्वीर को अधिकारियों को भेजा गया है. जांच की जायेगी.