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'छोटे कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश न करें महिलाएं और पुरुष', मंदिरों के बाहर पोस्टर चस्पा

उत्तराखंड में इन दिनों धार्मिक स्थलों पर ड्रेस कोड का मामला सुर्खियों में है. खासकर साधु संत मंदिरों की पवित्रता और गरिमा बनाए रखने के लिए ड्रेस कोड की मांग उठा रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड के तीन बड़े मंदिरों में महिलाओं और पुरुषों को छोटे कपड़े पहन कर दर्शन करने पर रोक लगाई गई है. अब इससे जुड़ा पोस्टर भी लगा दिया गया है.

Dress Code Imposed in Neelkanth Mahadev
उत्तराखंड मंदिरों में ड्रेस कोड

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Published : Jun 8, 2023, 10:52 PM IST

हरिद्वार (उत्तराखंड): उत्तराखंड में कई मंदिरों में महिलाओं और लड़कियों को छोटे कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश नहीं करने की अपील की गई है. इसको लेकर मंदिरों के बाहर पोस्टर भी लगाए गए हैं. ताकि, मंदिर में आने वाले लोग इस गाइडलाइन का पालन करें. इस मामले में महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्र पुरी का कहना यदि भी फिर कोई महिला या पुरुष गाइडलाइन का पालन नहीं करती है तो उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि बीते दिनों महानिर्वाणी अखाड़ा के अंतर्गत आने वाले उत्तराखंड के तीन प्रमुख मंदिर (नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश, हरिद्वार के कनखल में स्थित दक्ष प्रजापति मंदिर और देहरादून टपकेश्वर महादेव मंदिर) में श्रद्धालुओं को मर्यादित कपड़े पहनकर आने के ही अपील की थी. महानिर्वाणी अखाड़ा की इस पहल का देवभूमि में साधु-संतों ने स्वागत किया है.
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वहीं, अब हरिद्वार के दक्ष प्रजापति मंदिर और नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में महिलाओं और लड़कियों को छोटे कपड़े पर रोक संबंधित पोस्टर लगा दिए गए हैं. जिसमें अपील की है कि महिलाएं या लड़कियां शॉर्ट कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश न करें. इसके अलावा पोस्टर में ये भी कहा गया है कि छोटे वस्त्र, हाफ पैंट, बर्मड़ा, मिनी स्कर्ट, नाईट सूट, कटी फटी जींस आदि पहनकर आने पर बाहर से ही दर्शन करें.
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क्या बोले रविंद्र पुरीःइस बारे में महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि उनकी अपील का महिलाओं और लड़कियों ने भी स्वागत किया है. मंदिर की एक मर्यादा होती है और उसका मंदिर में आने वाले सभी भक्तों को पालन करना चाहिए. ताकि, मंदिर में मर्यादा बनी रहे.

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