मॉस्को : डीआरडीओ (DRDO) में सार्वजनिक इंटरफेस निदेशालय (DPI) के निदेशक डॉ. एनके आर्य ने कहा कि आर्मी-2021 में हम अपने निर्यात उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए भाग ले रहे हैं.
उनमें से कुछ एलसीए तेजस, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEW&C), 8x-गन हैं, जिनकी रेंज लगभग 48 किलोमीटर तक है. अर्जुन टैंक मार्क 1A, हेलिना और नाग, निगरानी रडार रोहिणी और अग्नि नियंत्रण रडार शामिल है.
उन्होंने कहा कि हम आकाश मिसाइल भी प्रदर्शित कर रहे हैं, साथ ही कार्बाइन जेवीपीसी का भी प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि रक्षा प्रणालियों के निर्यात के मामले में भारत के पास बहुत संभावनाएं हैं.
आर्य ने कहा कि भारत से रक्षा निर्यात में आगे बढ़ने की बहुत बड़ी संभावनाएं हैं. हमने अभी शुरुआत की है. डीआरडीओ अधिकांश स्वदेशी प्रणालियों का विकासकर्ता है और यह स्वीकार किया जाता है कि डीआरडीओ को दुनिया के लिए विभिन्न उत्पादों और विभिन्न प्रणालियों को प्रस्तुत करना चाहिए. मुझे यकीन है कि यह कदम भारतीय निर्यात को और आगे ले जाने के लिए लंबा रास्ता तय करेगा.
डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय की अनुसंधान एवं विकास शाखा है जो 22-28 अगस्त तक मास्को के कुबिंका में अंतरराष्ट्रीय सैन्य-तकनीकी फोरम आर्मी-2021 में भाग ले रही है. डीआरडीओ भारत के स्टाल का हिस्सा है, जहां भारतीय रक्षा उद्योगों जैसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL), आयुध कारखानों और भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) आदि के साथ उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकियों और प्रणालियों को प्रदर्शित किया जाएगा.