नई दिल्ली :मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार (Cabinet expansion of Modi government) से पहले मंत्रियों द्वारा दिए गए इस्तीफों में सबसे ज्यादा चौकाने वाला नाम चांदनी चौक से सांसद डॉ हर्षवर्धन (MP Dr Harsh Vardhan) का था. नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी (MP Meenakshi Lekhi) को राज्यमंत्री बनाकर दिल्ली के हिस्से एक मंत्री पद तो आ ही गया है, लेकिन अब डॉ. हर्षवर्धन को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं. दिल्ली प्रदेश भाजपा (Bharatiya Janata party- BJP) में संगठन की मौजूदा स्थिति और आगामी नगर निगम चुनावों को देखते हुए डॉ. हर्षवर्धन को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है. बहुत हद तक संभव है कि प्रदेश भाजपा में जल्दी ही बदलाव देखने को मिलें.
दरअसल, पहले मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) और फिर आदेश गुप्ता (Aadesh Gupta) के अध्यक्ष रहते दिल्ली प्रदेश भाजपा में गुटबाजी कहीं अधिक बढ़ गई है. दिल्ली के मुद्दों के लिए केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय स्तर के प्रवक्ताओं का सामने आना भी भाजपा की हालत बताता है. अगले साल नगर निगम चुनाव हैं और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party-AAP) पिछले कई महीनों से इन चुनावों को लेकर सक्रिय हो गई है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को अपनी संगठन को न सिर्फ मजबूत करने की जरूरत है, बल्कि ग्राउंड लेवल पर लोगों को यह बताने की भी जरूरत है कि क्यों निगम में उन्हें चुना जाए.
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