चमोली: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ भगवान के मंदिर के कपाट आज बंद हो गए हैं. बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त में चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए. चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की डोली गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर के लिए प्रस्थान कर चुकी है. 24 अक्टूबर को दशहरे के दिन भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की जाएगी.
चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट बंद हुए: भगवान रुद्रनाथ के जयकारों के साथ उत्सव डोली गोपीनाथ मंदिर के लिए रवाना हो चुकी है. रुद्रनाथ मंदिर 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां इन दिनों लगातार बर्फबारी हो रही है. चमोली जनपद में ऊंचाई वाले इलाकों में दो दिन से हो रही बर्फबारी के बाद बुधवार को सुबह धूप खिल गई. इससे श्रद्धालुओं को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा.
रुद्रनाथ मंदिर 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
अब गोपीनाथ मंदिर में होंगे रुद्रनाथ भगवान के दर्शन: बुधवार को उच्च हिमालय में स्थित चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान के साथ प्रातः काल शीतकाल के लिए बंद किए गए. 20 अक्टूबर को चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की डोली गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर में विराजमान हो जाएगी. शीतकाल में 6 माह के लिए रुद्रनाथ महादेव की डोली गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर में रहती है. पूरे शीतकाल में यहीं पर रुद्रनाथ महादेव की पूजा होती है. भगवान रुद्रनाथ की डोली गोपीनाथ पहुंचने पर श्रद्धालु पूजा अर्चना कर मनौतियां मांगते हैं. सुख शांति की कामना करते हैं.
14 नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री के कपाट:14 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. इसके अगले दिन 15 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद हो जाएंगे. इसके साथ ही इस बार की चारधाम यात्रा समापन की ओर बढ़ने लगेगी.
ये भी पढ़ें: Chardham Yatra 2023: 14 नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट, 15 नवंबर को संपन्न होगी यमुनोत्री धाम की यात्रा