नई दिल्ली : उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों को ग्रीन इंडिया मिशन (GIM) के तहत शामिल करने के लिए कदम उठाया है. ग्रीन इंडिया मिशन को पर्यावरण और वन मंत्रालय (एमओईएफ) द्वारा डिग्रैडड (खराब हो चुके) वन की बहाली के लिए शुरू किया गया था.
इस मिशन के तहत, 2015-16 से 2020-21 तक तीन पूर्वोत्तर राज्यों मणिपुर, मिजोरम और सिक्किम के लिए 119.96 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. इसके लिए विभिन्न जगहों का चयन किया गया है. और 38072.20 हेक्टेयर क्षेत्र में वनीकरण गतिविधियों को करने के लिए निधि को मंजूरी दी गई है.
डोनर मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि मिशन राज्यों के संचालन की वार्षिक योजनाओं और धन की उपलब्धता के आधार पर अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अपनी गतिविधियों का विस्तार करने की प्रक्रिया में है.
जीआईएम व्यापक निगरानी ढांचे के माध्यम से कार्य की प्रगति की निगरानी करता है, जिसमें कार्यान्वयन एजेंसियों द्वारा जमीन स्तर पर स्वयं निगरानी, बाहरी एजेंसी द्वारा क्षेत्र समीक्षा और वार्षिक प्रगति रिपोर्ट शामिल है.
ग्रीन इंडिया मिशन फरवरी 2014 में शुरू की गई जलवायु परिवर्तन की राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपीसीसी) के तहत मिशनों में से एक है.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय वनीकरण कार्यक्रम (एनएपी) के तहत वर्ष 2020-21 के दौरान राज्यों को जारी किए गए 40.42 करोड़ रुपये में से डिग्रैडड (खराब) हो चुके वनों की बहाली के लिए पूर्वोत्तर राज्यों को 13.87 करोड़ रुपये जारी किए गए थे.