जौनपुर:उत्तर प्रदेश के जौनपुर में मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं के नाम पर चंदा वसूलने का मामला सामने आया है. जनपद के पाली गांव के रहने वाले जगदीश यादव ने स्थानीय लोगों के सहयोग से 22 अक्टूबर को नेताजी की तेरहवीं व ब्रह्मभोज भंडारे का आयोजन किया था, लेकिन सोशल मीडिया पर चंदे की रसीद वायरल होने के बाद पार्टी के दबाव से कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. गौरतलब है कि आयोजकों ने कई स्थानों पर इसके लिए बकायदा पोस्टर-बैनर भी लगवा दिए थे, लेकिन अब उन्हें हटा दिया गया है.
मुलायम सिंह यादव की तेरहवी को लेकर सोशल मीडिया पर एक चंदे की रसीद तेजी से वायरल हो रही है, जिसको लेकर सपा के खेमे में लखनऊ से लेकर जौनपुर तक हड़कंप मचा हुआ. सत्ता के गलियारों में जब चंदे की रसीद की फोटो वायरल होने लगी तो समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसका संज्ञान लेते हुए आनन-फानन में इस कार्यक्रम को निरस्त कराया. बताया जाता है कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव चंदे के द्वारा कार्यक्रम के खिलाफ थे. फिलहाल तमाम तरह की चर्चाओं के बाद आयोजक जगदीश यादव ने कार्यक्रम को निरस्त कर दिया.
कार्यक्रम पर आयोजक जगदीश यादव ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से डीह बाबा के मंदिर पर हर साल भंडारा होता था और इस साल नेताजी की तेरहवीं पर यह कार्यक्रम समस्त ग्रामीण करना चाहते थे. वायरल चंदे की रसीद पर जगदीश यादव ने कहा कि चंदे की रसीद में आयोजक हम नहीं हैं समस्त ग्रामवासी हैं. चंदे की रसीद समस्त ग्राम वासियों के नाम से काटा जा रहा था और जो 5 हजार का चंदा काटा गया है. जिसकी रसीद वायरल हो रही है. वह हमारे मित्र व रिश्तेदार हैं. फिलहाल जगदीश यादव ने स्वयं माना की नेताओं के दबाव के बाद उन्होंने तेहरवीं का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है.