लखनऊ :राजधानी की ठाकुरगंज पुलिस ने डॉक्टर आनंदेश्वर को पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि डाॅक्टर ने किसी से संबंध के शक व पत्नी द्वारा शराब के लिए पैसा न दिए जाने के चलते पत्नी के हाथ पैर बांधकर किचन में रखे चाकू से 18 बार हमलाकर बेरहमी से हत्या कर दी थी.
मृतका के भाई की शिकायत पर एफआईआर
पुलिस के मुताबिक, हत्या के बाद आरोपी ने दोनों बच्चों को नींद की दवा खिला दी थी. होश में आने पर बच्चों ने नानी को सूचना दी थी. मृतका के भाई की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी. पकड़े जाने के डर से आरोपी डाॅक्टर घर में लगे कैमरे के डीबीआर साथ ले गया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी डॉक्टर कलकत्ता व वाराणसी भाग गया. आरोपी बार-बार लोकेशन बदल रहा था, इसी दौरान आरोपी फोन का इस्तेमाल बहुत कम कर रहा था. आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
क्या था घटनाक्रम
पुलिस के मुताबिक,ठाकुरगंज क्षेत्र के रहने वाले डॉक्टर आनंदेश्वर पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट है. उसकी 15 साल पहले लव मैरिज हुई थी. शादी के बाद अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते रहते थे. 5 दिसंबर मंगलवार छोटा बेटा स्कूल से घर लौटा तो मां को खून से लथपथ चादर में लिपटा देखा, जिससे वह डर सहम गया और चीखने लगा. चीख पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने लड़की के घरवालों को सूचना दी. परिजनों ने मौके पर पहुंचते ही पुलिस को जानकारी दी. सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल करने के बाद महिला के शव को पंचनामा कर पीएम के लिए भेजकर आरोपी पति की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गईं.
अवैध संबंधों के शक में की हत्या
हत्या का खुलासा करते हुए डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि 'पति आनंदेश्वर का 15 वर्ष पूर्व प्रेम विवाह हुआ था. शादी के बाद से ही दोनों के बीच अक्सर झगड़े हुआ करते थे. पति आनंदेश्वर शराब का आदी था. अक्सर दोनों में कहासुनी होती रहती थी. साथ ही पति को पत्नी के ऊपर अन्य किसी के साथ संबंध का भी शक था, जिस कारण पति कई बार पिटाई कर चुका था. बीती 5 दिसंबर को पति और पत्नी के बीच काफी विवाद हो गया. गुस्साए पति ने पत्नी को घायल कर उसके हाथ पैर बांध दिए और किचन में रखे चाकू से पत्नी के शरीर पर 18 बार बेरहमी से चाकू से हमला कर उसको मौत के घाट उतार दिया. हत्या करने के बाद डॉक्टर पति छोटे बेटे को लेकर स्कूल से वापस आया और दोनों बच्चों को नींद की दवा दे दी. होश में आने के बाद बच्चों ने घटना की जानकारी अपनी नानी को दी.