पटना: शेखपुरा के समास में पेट में गांठ होने के बाद डॉ गोपाल प्रसाद के यहां परिजनों ने महिला को भर्तीकराया था. परिजनों का आरोप है कि बच्चेदानी में इन्फेक्शन की वजह से उसके ऑपरेशन की बात कही गई थी. जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में समास के अस्पताल में महिला को भर्ती कराया. ऑपरेशन के कुछ दिनों तक महिला ठीक थी लेकिन फिर उसने सीने में दर्द की शिकायत की. इसके बाद डॉ गोपाल प्रसाद, मरीज को अपने निजी क्लीनिक नौबतपुर ले गया. महिला की हालत बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई. महिला नीतू देवी 35 वर्षीय के पति ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं और कंकड़बाग थाने में मामला दर्ज कराया है.
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डॉक्टर पर महिला की किडनी निकालने का आरोप: महिला के पति रंजीत कुमार ने बताया कि रात भर महिला को अस्पताल में रखा गया. महिला की फिर से हालत बिगड़ता देख उसे निजी क्लीनिक बोरिंग रोड ले आया गया, जहां फिर से उसका दोबारा ऑपरेशन किया गया. महिला को छह बोतल ब्लड भी चढ़ाया गया. नीतू देवी की स्थिति बिगड़ता देख हॉस्पिटल कर्मियों ने आनन-फानन में फिर एक बार महिला को बोरिंग रोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां महिला की हालत में सुधार नहीं देख अस्पताल कर्मियों द्वारा फिर एक बार कंकड़बाग थाना क्षेत्र के जगदीश मेमोरियल अस्पताल में महिला को इलाज के लिए लाया गया.
"डॉक्टर ने ऑपरेशन भी किया था, जिसके बाद स्थिति बिगड़ी. फिर डॉ गोपाल प्रसाद के द्वारा पटना के नौबतपुर स्थित अपने निजी क्लीनिक लाया गया. उसके बाद तो स्थिति काफी बिगड़ती नजर आई. उसके बाद फिर उन्हीं डॉक्टर के द्वारा बोरिंग रोड स्थित एक निजी क्लीनिक में पत्नी को भेजा गया, जहां ऑपरेशन किया गया. 6 यूनिट ब्लड भी चढ़ाई गई. इतना सबकुछ किया गया लेकिन हमें ना कोई जानकारी दी गई और ना ही हमारी रजामंदी ही ली गई."- रंजीत कुमार, मृतक नीतू के पति