आगरा: 'यूं तो जिंदगी सभी काट लेते हैं. लेकिन, जियो ऐसे कि मिसाल बन जाए. यह शब्द 'कौन बनेगा करोड़पति' में बिग बी के सामने हॉट सीट पर बैठीं ताजनगरी की दिव्यांग हिमानी बुंदेला के हैं. शिक्षिका हिमानी बुंदेला केबीसी-13 की पहली करोड़पति बनी हैं. हिमानी ने सात करोड़ रुपए के 16वें सवाल का जवाब भी दिया है. मगर, सब कुछ भगवान पर छोड़ देती हैं. सोनी चैनल ने इसका प्रोमो भी जारी कर दिया है.
हिमानी बुंदेला ने शनिवार को 'ईटीवी भारत' से विशेष बातचीत की. हिमानी ने बताया कि, ऑडियो कंटेंट सुनकर 'कौन बनेगा करोड़पति' तैयारी कर रही थी. युवाओं के लिए मेरा एक ही सुझाव है कि, प्रॉब्लम को प्रॉब्लम मत मानो, उसे चैलेंज मांग करके आगे बढ़ो. हिमानी ने बताया कि, केबीसी-13 की हॉट सीट तक का सफर माता-पिता और भाई-बहन के सपोर्ट से तय किया है. अब दिव्यांग बच्चों के लिए काम करना है. इसके लिए मैं कैंपेन शुरू कर चुकी हूं. लेकिन, इसे पूरे देश भर में पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि वह अपने कैंपेन के जरिए एक साथ सभी तरह के दिव्यांगों को एक मंच पर बैंकिंग से लेकर सिविल तक की तैयारी कराना चाहती हैं.
दरअसल, एक हादसे में हिमानी की आंखों की रोशनी चली गई. मगर, हिमानी हिम्मत और हौसला से मेहनत करके पहले केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका बनीं. अब अपनी लगन, मेहनत और परिवार के सपोर्ट से 'कौन बनेगा करोड़पति' में बिग बी अमिताभ के सामने हॉट सीट पर बैठीं. हिमानी बुंदेला ने एक के बाद एक 15 सवालों के जवाब देकर एक करोड़ रुपये जीत चुकी हैं. हिमानी बुंदेला ने सात करोड़ रुपए के 16 वें सवाल का जवाब भी दिया. मगर, उसको लेकर सस्पेंस है. इसका सोनी चैनल ने प्रोमो भी जारी कर दिया है.
लाइफ का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट
हिमानी ने बताया कि, हादसे में आंखों की रोशनी जाने पर मेरी लाइफ का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट लखनऊ में स्थित श्री शकुंतला मिश्रा रिहेबिलिटेशन विश्वविद्यालय में दाखिला लेना था. वहां प्रवेश लेने से ही मेरी लाइफ एकदम ही बदल गई. क्योंकि, यहां मैंने सीखा कि बिना आंखों की रोशनी के आप कैसे जिंदगी जी सकते हैं. यहां से पढ़ाई करने के बाद मुझे केंद्रीय विद्यालय में नौकरी मिल गई. बचपन में मैं डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन, हादसे में आंखों की रोशनी गमाने के बाद डॉक्टर नहीं बन सकी. आज मैं शिक्षक बन कर बहुत खुश हूं.