समस्तीपुर:समस्तीपुर रेल डिवीजन के शीर्ष अधिकारी व रेलवे अस्पताल में अनुबंध पर कार्यरत डॉक्टर के बीच स्विमिंग पूल को लेकर हुआ विवाद चर्चा में है. इस विवाद का खामियाजा डॉक्टर के बूढ़े मां-बाप और उनकी पत्नी व बच्चे को उठाना पड़ा. मामला रेलवे के वरीय अधिकारी से जुड़ा होने के कारण इंजीनियरिंग विभाग ने बंगला खाली करने का नोटिस डॉक्टर के घर के बाहर चिपका दिया. यही नहीं डॉक्टर के परिवार के लोग घर के अंदर रहते हुए उनके मुख्य गेट को सील कर दिया.
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बंगला खाली करने का दिया था नोटिसः इस हाईप्रोफाइल मामले में दोनों पक्ष कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. डॉक्टर का अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया. संबंधित विभाग के अधिकारी ने इस बाबत कहा कि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर का अनुबंध 22 मई को समाप्त हो चुका है. नियम अनुरूप उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है. वहीं गेट सील करने के मामले को उन्होंने पूरी तरह खारिज किया. कहा कि, अगर ऐसा कुछ हुआ है तो जांच की जायेगी कि आखिर किसने गेट को सील किया था.
स्विमिंग पुल से शुरू हुआ विवादः दअरसल पूरा मामला समस्तीपुर रेल डिवीजन कार्यालय के करीब अधिकारी क्लब में बने स्विमिंग पूल से शुरू हुआ. रेल डिवीजन कार्यालय सूत्रों की मानें तो डीआरएम आलोक अग्रवाल के बेटे व रेलवे अस्पताल में अनुबंध पर कार्यरत डॉक्टर देवाशीष राय के बीच किसी मसले पर कहासुनी हो गयी. मामला तब तूल पकड़ा जब देर शाम इंजीनियरिंग विभाग ने बंगला खाली करने का नोटिस डॉक्टर के घर के बाहर चिपका दिया.
अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैंः अगले दिन इस बंगले को सील करने सम्बंधित विभाग की टीम भी पंहुच गयी. बंगले के अंदर डॉक्टर के पूरे परिवार के मौजूद रहने के बावजूद मुख्य गेट को सील कर दिया गया. इस दौरान उनके घर की बिजली भी डिस्कनेक्ट कर दी गयी. जैसे ही यह खबर फैली आनन-फानन उनके गेट को खोल दिया गया. इस मामले पर पीड़ित डॉक्टर का परिवार कुछ नहीं बोल रहा है. समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम भी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.