कोलकाता : ऐसे में जब तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कई नेता पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद फिर से तृणमूल कांग्रेस (tmc) में जाने की तैयारी में हैं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष (dilip ghosh) ने रविवार को कहा कि जो लोग बिना त्याग किए सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं, उन्हें जाने के लिए कहा जाएगा.
वहीं मेघालय के पूर्व राज्यपाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने कई ट्वीट करके हाल ही में भाजपा से तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले मुकुल रॉय को 'ट्रोजन हॉर्स' (काठ का घोड़ा) बताया तथा मुकुल का करीबी होने के लिए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर कटाक्ष किया.
घोष ने शुक्रवार को कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के जाने से बहुत फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि 'कुछ लोगों को पार्टियां बदलने की आदत होती है.'
उन्होंने बांग्ला भाषा में ट्वीट किया, 'अगर किसी को भाजपा में रहना है, तो उसे बलिदान देने होंगे. जो केवल सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं, वे भाजपा में नहीं रह सकते. हम उन्हें नहीं रखेंगे.'पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा की बंगाल इकाई में उथल-पुथल का दौर चल रहा है क्योंकि पार्टी के भीतर आरोप-प्रत्यारोप जारी है.
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माना जाता है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता चुनाव के दौरान दरकिनार किए जाने और बाद में पार्टी मुख्यालय के निर्देश पर टीएमसी के नए नेताओं को लाए जाने से विक्षुब्ध थे और उनका मानना है कि बंगाल चुनावों को सही से नहीं संभालने की जिम्मेदारी न केवल दलबदुलओं पर है बल्कि राज्यों की राजनीति नहीं समझ पाने को लेकर भाजपा नेतृत्व पर भी है.
ऐसा तब हो रहा है जब टीएमसी के पूर्व नेताओं एवं कार्यकर्ताओं, जो भाजपा में शामिल हुए थे, ने अब अपनी मूल पार्टी में वापस जाने की पहल करनी शुरू कर दी है, जिससे कई जिलों में भाजपा संगठन के गंभीर रूप से प्रभावित होने की आशंका उत्पन्न हो गई है.
रॉय को 'ट्रोजन हॉर्स' बताते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने ट्वीट किया, 'भाजपा में स्वागत होने के बाद, उन्होंने उसके अखिल भारतीय नेताओं तक पहुंच प्राप्त की, राज्य भाजपा के सीधे साधे लोगों के साथ घुले मिले... पार्टी और इसके आंतरिक चीजों के बारे में सब कुछ जाना. वह वापस गए और ममता को सब कुछ बता दिया.'
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मेघालय के पूर्व राज्यपाल ने भाजपा के अंदर रॉय द्वारा अपने एजेंटों को छोड़कर जाने की आशंका जाहिर करते हुए कहा, 'लेकिन जो हो चुका सो हो चुका. क्या मुकुल इस काठ के घोड़े के अंदर काठ के घोड़ों को छोड़ गए हैं? खैर, मैं हमेशा हैरान रहता था कि मुकुल क्यों मुझसे मुलाकात करने से बचते थे. अब यह साफ हो गया है.'
रॉय ने एक ट्वीट किया जिसे उन्होंने एक वफादार भाजपा समर्थक के एक ट्वीट का एक अंग्रेजी अनुवाद बताया जिसमें उन्होंने भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर कटाक्ष किया, जो बंगाल के प्रभारी थे.