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पश्चिम बंगाल में आलू संकट 'कृत्रिम', तृणमूल सरकार जिम्मेदार : घोष

आलू की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने मोर्चा खोल दिया है. घोष ने तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कई आरोप भी लगाए. उनका आरोप कि राज्य में सत्तारूढ़ दल से संरक्षण प्राप्त लोगों की वजह से आलू का संकट बढ़ा है.

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Published : Nov 29, 2020, 7:22 PM IST

dilip ghosh
दिलीप घोष

कोलकाता : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना की. इसके साथ ही घोष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल से संरक्षण प्राप्त लोगों ने राज्य में 'कृत्रिम तरीके से आलू का संकट' पैदा किया है.

आलू की कीमत में अचानक हुई वृद्धि पर चिंता जताते हुए घोष ने कहा कि इससे आम आदमी की जेब पर बड़ी मार पड़ी है.

'आलू की कीमत इतनी अधिक क्यों'
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, आलू की कीमत इतनी अधिक क्यों है? यह संकट कृत्रिम तरीके से उन लोगों द्वारा पैदा की गई है, जिन्हें सत्तारूढ़ दल का संरक्षण प्राप्त है. यह संकट उन लोगों द्वारा पैदा किया गया है, जो हर चीज के लिए 'कटमनी' (किसी भी काम के लिए पैसा) लेते हैं.

'पीके हटाओ और तृणमूल कांग्रेस बचाओ'
भाजपा नेता ने कहा, तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों का एक धड़ा भी पार्टी नेतृत्व की कार्यप्रणाली से नाखुश है. उन्होंने दावा किया कि बागी कार्यकर्ता 'पीके हटाओ और तृणमूल कांग्रेस बचाओ' नारा बुलंद कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी द्वारा 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) की सेवाएं लेने का विरोध कर रहे हैं.

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'दार्जिलिंग के लोगों के साथ विश्वासघात'
जब घोष से पूछा गया कि उत्तरी बंगाल में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा नेता बिमल गुरुंग के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने और तृणमूल कांग्रेस से मिलने से लगे झटके से क्या भगवा पार्टी उबर जाएगी, तो इस पर उन्होंने कहा, यह दार्जिलिंग के लोगों के साथ 'विश्वासघात' है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, गुरुंग ने पहाड़ के लोगों के साथ विश्वासघात किया है और बिनय तमांग गुट की स्वीकार्यता नहीं है, जबकि भाजपा लंबे समय से यहां के लोगों के साथ खड़ी रही है. पहाड़ों में हमारे सांसद लोकप्रिय हैं.

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