अयोध्या : रामलीला का मंचन वैसे तो अलग-अलग भाषाओं में के लगभग हर प्रांत में होता है. लेकिन श्री राम की नगरी अयोध्या में रामकथा के मंचन को लेकर लोगों में अलग ही उत्सुकता रहत है. यहां हर वर्ष दशहरे से नौ दिन पहले शुरू होने वाली रामलीला में रामकथा के किरदारों को निभाने बालीवुड के सितारे आते हैं. 2020 से इस रामलीला के आयोजन को एक नया रूप दे दिया गया. रामलीला का प्रसारण दूरदर्शन पर होने के साथ सोशल मीडिया पर होने लगा. इसके बाद तो जैसे रामकथा को सुनने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी. मौजूदा समय में लगभग 20 करोड़ से अधिक लोगों ने विभिन्न प्लेटफॉर्म पर रामलीला के मंचन को देखा है, जो खुद में एक रिकॉर्ड है. बीते 4 वर्षों से सरयू तट पर होने वाली यह अनूठी रामलीला अब विश्व प्रसिद्ध हो चुकी है.
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर करोड़ों दर्शकों का मिला प्यार
मेरी मां फाउंडेशन के बैनर तले इस रामलीला का आयोजन हर साल होता है. कमेटी के अध्यक्ष सुभाष मलिक बॉबी हैं. ईटीवी भारत से उन्होंने बताया कि साल 2020 में कोरोना महामारी के समय इस डिजिटल रामलीला की शुरुआत हुई. उस समय ऐसा दौर था कि लोग एक-दूसरे से दूरी बनाकर रहते थे. इसलिए हमारा कॉन्सेप्ट था कि रामलीला को देश के सभी घरों में टीवी और मोबाइल के जरिए पहुंचाया जाए. इस मुहिम को प्रदेश सरकार का साथ मिला और दूरदर्शन के विभिन्न चैनलों पर अनवरत इस रामलीला का प्रसारण हुआ. जिसके कारण 16 करोड़ से अधिक लोगों ने पहले ही वर्ष में इस रामलीला को देखा. जबकि अगले वर्ष यह संख्या और बढ़ गई. यूट्यूब पर भी रामलीला का प्रसारण देखने वालों की बेहिसाब बढ़ी संख्या ने एक रिकॉर्ड ही बना डाला. रामलीला मंचन के आयोडन से जुडे़ लोग बताते हैं कि 20 करोड़ से अधिक लोगों ने विभिन्न प्लेटफॉर्म पर रामलीला के मंचन को देखा और पसंद किया. जिससे उनका हौसला बढ़ा.