राज्यों में हुई हार का कारण सीट बंटवारे में मतभेद, I.N.D.I.A. गठबंधन ने किया स्वीकार - सीट बंटवारे में मतभेद
INDIA alliance, reason for defeat in the states, INDIA alliance, INDIA alliance in Delhi, I.N.D.I.A. ब्लॉक गठबंधन के नेताओं ने 22 दिसंबर को अयोध्या मंदिर उद्घाटन के कार्यक्रम के बारे में भी चर्चा की. उन्हें लगता है कि बीजेपी धार्मिक भावनाओं के आधार पर गैर-बीजेपी मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करेगी. पढ़ें इसे लेकर ईटीवी भारत वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट...
नई दिल्ली: यह स्वीकार करते हुए कि सीट बंटवारे में मतभेद हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में I.N.D.I.A. ब्लॉक गठबंधन की हार का एक प्रमुख कारण था, नई दिल्ली में गठबंधन सहयोगियों की चौथी महत्वपूर्ण बैठक में इस मुद्दे को केंद्रीय स्तर पर जाने से पहले राज्य स्तर पर सुलझाने का निर्णय लिया गया. राज्यसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सांसद महुआ माजी ने ईटीवी भारत से बात की.
उन्होंने कहा कि 'हमने आज की बैठक में सीट बंटवारे के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की है. सभी सदस्यों ने स्वीकार किया है कि सीट बंटवारे में मतभेद हमारी हार का एक प्रमुख कारण था.' माजी दिल्ली के अशोका होटल में हुई I.N.D.I.A. ब्लॉक की बैठक में झामुमो का प्रतिनिधित्व कर रही थीं. उन्होंने कहा, सभी पार्टियों ने सीट बंटवारे के मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि 'हमें उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव में ऐसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा.' माजी ने कहा कि राज्य के नेता सीट बंटवारे के मुद्दे को केंद्रीय नेतृत्व के पास लाने से पहले उसे सुलझाने की कोशिश करेंगे. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में सीट समायोजन के मुद्दे पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच खुली लड़ाई हो गई थी.
कांग्रेस ने सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू करने के लिए मंगलवार को पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति का गठन किया, जिसमें अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, मुकुल वासनिक जैसे सदस्य शामिल थे. तेलंगाना, राजस्थान जैसे राज्यों में विपक्षी गठबंधनों को ऐसी ही कठिन स्थिति का सामना करना पड़ा. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि वह अपने राज्य में कांग्रेस और वाम मोर्चा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
माजी ने कहा कि 'आज की बैठक में सभी नेताओं ने अलग-अलग मुद्दों पर अपनी राय दी. हमें विश्वास है कि हम बीजेपी को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे.' माजी ने कहा कि बैठक में चुनाव प्रक्रिया के दौरान वीवीपैट के इस्तेमाल पर भी जोर दिया गया. इंडिया ब्लॉक की बैठक में निर्णय लिया गया कि वीवीपैट पर्ची को बॉक्स में गिराने के बजाय, इसे मतदाताओं को सौंप दिया जाना चाहिए, जो अपनी पसंद को सत्यापित करने के बाद इसे एक अलग मतपेटी में डाल देंगे.