दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Dholavira UNESCO की वैश्विक विरासत सूची में शामिल, पीएम मोदी ने जताई खुशी - धोलावीरा

UNESCO ने अपनी वैश्विक विरासत सूची में गुजरात के धोलावीरा (Dholavira) को शामिल किया गया है. पीएम मोदी ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए. अपने ट्विटर हैंडल पर कई तस्वीरें शेयर की हैं. उन्होंने पढ़ें पूरी खबर...

Dholavira UNESCO की वैश्विक विरासत सूची में शामिल
Dholavira UNESCO की वैश्विक विरासत सूची में शामिल

By

Published : Jul 27, 2021, 3:39 PM IST

Updated : Jul 27, 2021, 5:57 PM IST

अहमदाबाद :भारत के गुजरात राज्य के कच्छ ज़िले की भचाउ तालुका में स्थित पुरातत्व स्थल धोलावीरा (Dholavira) को UNESCO की वैश्विक विरासत सूची में शामिल किया गया है. पीएम मोदी ने इसे बड़ी उपलब्धि करार दिया है.

1968 में खोजा गया धोलावीरा (Dholavira) अपनी अनूठी विशेषताओं- जैसे कि इसकी जल प्रबंधन प्रणाली, बहुस्तरीय रक्षात्मक तंत्र, निर्माण में पत्थर का व्यापक उपयोग और विशेष कब्रिस्तान (special burial structures) के लिए जाना जाता है.

Dholavira UNESCO की वैश्विक विरासत सूची में शामिल

इस अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस खबर से खुशी हुई. धोलावीरा एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था और हमारे अतीत के साथ हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है. विशेष रूप से इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए यह एक यात्रा अवश्य है.

पीएम मोदी का ट्वीट

एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने लिखा, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, मुझे धोलावीरा में विरासत संरक्षण और जीर्णोद्धार से संबंधित पहलुओं पर काम करने का अवसर मिला. हमारी टीम ने वहां पर्यटन के अनुकूल बुनियादी ढांचा बनाने के लिए भी काम किया.

पीएम मोदी का ट्वीट

यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंस और कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (UNESCO) की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक धोलावीरा (Dholavira) का प्राचीन शहर, तीसरी से दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व (सामान्य युग से पहले) तक, दक्षिण एशिया में सबसे उल्लेखनीय और अच्छी तरह से संरक्षित शहरी बस्तियों में से एक है.

शहर से जुड़ी कला भी ध्यान केंद्रित करती है. यहां तांबा, खोल, पत्थर, अर्ध-कीमती पत्थरों की विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां, आभूषण, टेराकोटा, सोना, हाथीदांत देखने को मिल जाती हैं. इसके अलावा, धोलावीरा से जुड़े अंतर्क्षेत्रीय व्यापार संबंधों को भी मानवता की साझा विरासत में योगदान के रूप में स्वीकार किया गया है.

दो नए अंकित विश्व धरोहर स्थल पहले के समाजों, रीति-रिवाजों और समुदायों के ज्ञान और जीवन के तरीकों में महान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं.

यूनेस्को दुनिया भर में मानवता के लिए उत्कृष्ट मूल्य के रूप में मानी जाने वाली सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत की पहचान, संरक्षण और संरक्षण को प्रोत्साहित करना चाहता है. यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि में सन्निहित है जिसे विश्व सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण से संबंधित कन्वेंशन कहा जाता है, जिसे 1972 में यूनेस्को द्वारा अपनाया गया था.

पढ़ें :-तेलंगाना का रामप्पा मंदिर वैश्विक धरोहर, यूनेस्को की सूची में शामिल

यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किए गए भारत में स्थित अन्य सांस्‍कृतिक और प्राकृतिक स्‍थलों की सूची और इन्हें किस साल यूनेस्को की सूची में किया शामिल :

  1. आगरा का किला, उत्तर प्रदेश (1983)
  2. जयपुर सिटी, राजस्थान (2019)
  3. अजन्ता की गुफाएं, महाराष्ट्र (1983)
  4. सांची के बौद्ध स्तूप, मध्य प्रदेश (1989)
  5. चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यान, गुजरात (2004)
  6. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुम्बई, महाराष्ट्र (2004)
  7. पुराने गोवा के चर्च (1986)
  8. एलिफेंटा की गुफाएं, महाराष्ट्र (1987)
  9. एलोरा की गुफाएं, महाराष्ट्र (1983)
  10. फतेहपुर सीकरी, उत्तर प्रदेश (1986)
  11. चोल मंदिर, तमिलनाडु (1987)
  12. हम्पी के स्मारक, कर्नाटक (1986)
  13. महाबलीपुरम के स्मारक (1984)
  14. पत्तदकल के स्मारक, कर्नाटक (1987)
  15. हुमायूं का मकबरा, दिल्ली (1993)
  16. खजुराहो के स्मारक और मंदिर, मध्य प्रदेश (1986)
  17. महाबोधि मंदिर, बोधगया, बिहार (2002)
  18. भारतीय पर्वतीय रेल (1999)
  19. क़ुतुब मीनार, दिल्ली (1993)
  20. भीमबेटका के प्रस्तरखंड, मध्य प्रदेश (2003)
  21. कोणार्क का सूर्य मंदिर, ओडिशा (1984)
  22. ताजमहल, 1984 आगरा, उत्तर प्रदेश (1983)
  23. अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर (2017)
Last Updated : Jul 27, 2021, 5:57 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details