धनबाद:पर्ची निकालकर लोगों की समस्याएं सुलझाने का दावा करने वाले और भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की पैरवी करने वाले बाबा बागेश्वर के नाम से मशहूर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री धनबाद आ रहे हैं. झारखंड में पहली बार बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र नाथ शास्त्री आएंगे. धनबाद के बाघमारा चिटाहीधाम में वे 2 दिसंबर से 4 दिसंबर तक दरबार हनुमंत कथा के आयोजन में शामिल होंगे.
दिसंबर में पहली बार झारखंड आएंगे धीरेंद्र शास्त्री, धनबाद में 2 से 4 तारीख तक लगाएंगे दरबार - Jharkhand news
बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री दिसंबर में धनबाद आएंगे. यहां वे 2 से 4 दिसंबर तक बाघमारा में हनुमंत कथा के आयोजन में शामिल होंगे. Dhirendra Shastri will come to Jharkhand.
Published : Oct 31, 2023, 8:15 PM IST
|Updated : Oct 31, 2023, 8:41 PM IST
झारखंड में अपने कार्यक्रम के लिए बाबा धीरेंद्र शास्त्री के सेवक नितिन चौबे बाघमारा विधायक ढुलू महतो आवास पहुंचे और आयोजन स्थल का निरक्षण किया. बाघमारा विधायक ने कहा पहली बार बाबा धीरेंद्र नाथ शास्त्री झारखंड की धरती आएंगे. उनके आने से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो जाएगा. वहीं बाबा के सेवक ने कहा कि आयोजन को लेकर कार्यक्रम स्थल का निरक्षण किया है. उन्होंने गिरिडीह जिले में बाबा के होने वाले कार्यक्रम के स्थगित हो जाने के सवाल पर कहा कि प्रशासन द्वारा सुरक्षा नहीं दे पाने के कारण कार्यक्रम को स्थगित किया गया. बाबा हिन्दू धर्म का प्रचार करते हैं. इसलिए उन्हें धमकी भी दी जाती है.
इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री गिरिडीह आने वाले थे. उनके आने की तैयारियां जोर शोर से की जा रही थीं. लेकिन सुरक्षा कारणों से उनके कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई. धीरेद्र शास्त्री का जन्म मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक छोटे से गांव में हुआ. उनके पिता पुरोहित थे. उन्होंने 12 तक की पढ़ाई की है. पढ़ाई पूरी करने के बाद गांव में ही कथा वाचन शुरू कर दिया था. धीरे-धीरे उनकी ख्याति बढ़ती गई. इसके बाद में उन्होंने गढ़ा गांव स्थित शिव मंदिर में अपना स्थान बनाया. इस मंदिर को बागेश्वर मंदिर के रूप में भी जानते हैं. 2016 में उन्होंने गढ़ा में श्री बालाजी महाराज की एक मूर्ति की स्थापित कराई. इसी के बाद से ही वो बागेश्वर धाम महाराज के नाम से पहचान पाने लगे.