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उत्तराखंड: कॉर्बेट नेशनल पार्क का ढिकाला जोन मॉनसून के बाद फिर खुला, पर्यटकों के खिले चेहरे - कॉर्बेट टाइगर रिजर्व

कॉर्बेट नेशनल पार्क का ढिकाला जोन मॉनसून सीजन के बाद फिर खोल दिया गया है. अब पर्यटक इस जोन में डे विजिट के अलावा रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे. विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों के वाहनों को रवाना किया.

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Published : Nov 15, 2022, 3:43 PM IST

रामनगरः कॉर्बेट नेशनल पार्क के पर्यटकों का सबसे चर्चित ढिकाला जोन पर्यटकों के लिए मॉनसून सत्र के बाद खोल दिया गया है. अब पर्यटक इस जोन में डे विजिट के अलावा रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे. मंगलवार को स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने रिबन काटकर हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों के वाहनों को रवाना किया. नवंबर मध्य से जुलाई के मध्य तक खुले रहना वाला ढिकाला जोन हाथियों, हिरणों और रॉयल बंगाल टाइगर्स को देखने के लिए आदर्श माना जाता है.

पार्क निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि पार्क प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूरी करने के बाद इसे खोल दिया गया है. आज पहले दिन कैंटर एवं जिप्सी वाहनों से पर्यटक इस जोन के भ्रमण के लिए रवाना हुए. उन्होंने बताया कि पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखने के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर भी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं.

कॉर्बेट नेशनल पार्क का ढिकाला जोन मॉनसून के बाद फिर खुला.
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उन्होंने बताया कि पार्क के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में हर साल हजारों की संख्या में देसी व विदेशी पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं. बरसात के दौरान हर साल 15 जून को पर्यटकों की सुरक्षा के चलते ढिकाला जोन बंद कर दिया जाता है तथा 15 नवंबर को इसे खोला जाता है.

ढिकाला जोन दुनिया भर में अपनी वाइल्ड लाइफ के लिए मशहूर है. वैसे तो कॉर्बेट के और भी जोन हैं. लेकिन, इन सब में अपनी अगल पहचान के लिए जाना जाता है. ढिकाला बहुत ही घना जंगल है और यहां पर सफारी करते वक्त कब आपका सामना टाइगर से हो जाए, कोई नहीं बता सकता. सफारी के दौरान ढिकाला जोन में सबसे ज्यादा जानवरों का साइट सीन होता घना जंगल होने के कारण जानवरों की संख्या ज्यादा है.

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