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Dharmsabha in raipur: रायपुर में धर्मसभा से पहले VHP के चंद्रशेखर वर्मा का बड़ा बयान, नक्सलवाद और धर्मांतरण के लिए चर्च जिम्मेदार ! - स्वामी परमानंद गिरि

छग में 18 फरवरी से निकले हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा का समापन 18 मार्च को होगा. इस मौके पर रायपुर के रावणभाठा मैदान में धर्मसभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 50 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. धर्मसभा की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज जूना अखड़ा हरिद्वार करेंगे. Hindu Swabhiman Jagran Sant Padayatra

Chandrashekhar Verma statement
VHP के चंद्रशेखर वर्मा का बड़ा बयान

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Published : Mar 18, 2023, 10:01 PM IST

VHP के चंद्रशेखर वर्मा का बड़ा बयान

रायपुर:हिंदू स्वाभिमान जगाने और देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से निकले हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा के समापन पर 18 मार्च को धर्मसभा का आयोजन किया गया है. रावणभाठा मैदान में आयोजित धर्मसभा को लेकर शनिवार को विश्व हिंदू परिषद ने संतों के साथ पत्रकारवार्ता की. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेश तिवारी ने बताया कि "18 फरवरी से छत्तीसगढ़ के चार शक्तिपीठों से यात्रा की शुरुआत की गई. 33 जिलों से 4500 किलोमीटर की दूरी तय करके यह यात्रा रायपुर पहुंच चुकी है. रविवार को रावणभाठा मैदान में धर्म सभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देशभर के संत समेत बड़ी संख्या में सभी समाज के लोग शामिल होंगे."


धर्मांतरण और नक्सल समस्या के लिए चर्च जिमेदार:विश्व हिंदू परिषद छत्तीसगढ़ के प्रांत अध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या और धर्मांतरण के पीछे केवल चर्च है. चर्च के कारण यह समस्या बढ़ी है. इसलिए हम बस्तर में चर्च को प्रमुख बाधक और षड्यंत्रकारी समझते हैं. उन्हीं के कारण यह सब समस्याएं खड़ी हुई है." वर्मा ने कहा "धर्मांतरण मुक्त और हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर सभी का समर्थन चाहते हैं. हम सभी राजनीतिक दल कांग्रेस, भाजपा, सपा, शिवसेना, वामसेफ सभी को निमंत्रण दे रहे हैं क्योंकि सभी हिन्दू हैं."

'हम ईसाई और मुस्लिम में भी देखते हैं भगवान':गोरखपुर के स्वामी परमानंद गिरि ने कहा "जहां कोई हिंदू बैठा हुआ है हम उनके पास जाएंगे, और उसे जगाने का काम किया जाएगा. हम हिंदू, मुसलमान, ईसाई का प्रश्न नहीं उठाते हैं. हम सभी को एक मानते हैं. संतों ने कभी भेदभाव नहीं किया है. कण-कण में भगवान मानते हैं. ईसाई और मुस्लिम में भगवान देखते हैं, लेकिन यहां मानसिकता का सवाल है. आज भी मुस्लिम और इसाई इस मानसिकता से रहते है कि हम जनसंख्या बढ़ाएंगे, हम पांच और हमारे 25 करेंगे और लोकतंत्र पर कब्जा करेंगे. लेकिन इसे हम होने नहीं देंगे. आज हिंदू समाज जाग गया है."

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हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले का करेंगे समर्थन:स्वामी परमानंद गिरि ने कहा कि "हमारी कोई पार्टी नहीं है. हमारी राम जी की पार्टी है, जो हमारी बात मानेगा, जो हिंदू हित के काज करेगा और जो हिंदू राष्ट्र की बात करेगा, वही देश में राज करेगा. ऐसे ही लोगों का हम समर्थन करेंगे."

छत्तीसगढ़ सरकार कर रही दिखावा:स्वामी परमानंद गिरि ने कहा "छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार दिखावा बहुत कर रही है, वे रोहिंग्या को बचा रही है.बांग्लादेशियों को बसा रही है. सरगुजा, जशपुर बस्तर में जनजाति कन्याओं से शादी कर रहे है. जनजाति महिला सरपंच बन जाती है और वो सरपंच बनकर राज कर रहे हैं."

मेरा गांव धर्मांतरण मुक्त गांव का संकल्प:यात्रा के संयोजक चंद्रशेखर वर्मा ने बताया कि "30 दिनों की पदयात्रा में 1000 गांव में सभा और स्वागत किए गए. इस दौरान 500 उपेक्षित परिवारों के साथ संतों ने भोजन किया. 2 लाख हनुमान चालीसा, 2 लाख हनुमान लॉकेट और 1 लाख श्रीराम चरित्र मानस, भगवत गीता प्रसाद के रूप में निशुल्क वितरित किया गया. इस संत पदयात्रा में सभी पंथ के करीब 2.5 लाख अनुयायियों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर भाग लिया. यात्रा में साप्ताहिक हनुमान चालीसा, हिंदू राष्ट्र की मांग, मेरा गांव धर्मांतरण मुक्त गांव का संकल्प लिया गया. शनिवार को रायपुर नगर के 134 बस्तियों में संतों की पदयात्रा हुई है."


सभा में शामिल होंगे ये संत:रविवार को आयोजित होने वाली धर्म सभा में स्वामी जितेंद्र आनंद सरस्वती काशी, नवम पीठाधीश्वर युधिस्टर लाल शदाणी दरबार (रायपुर), साध्वी प्राची आर्य (देहरादून), बालयोगेश्वर उमेश नाथ (उज्जैन), स्वामी पुष्पेंद्र पुरी, स्वामी राजीव लोचन दास (चित्रकूट धाम), स्वामी परमानंद गोरखपुर, स्वामी प्रेम स्वरूपानंद (दंतेवाड़ा), महामंडलेश्वर स्वामी सर्वेश्वर दास, स्वामी राधेश्याम दास, आचार्य राकेश, रामानंद सरस्वती, सीताराम दास, रामस्वरूप दास त्यागी, साध्वी पुष्पांजलि, साध्वी सौम्या किन्नर अखाड़ा शामिल होंगे.

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