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एमपी में मिसाल बने सास-ससुर! विधवा बहू का कराया पुनर्विवाह, उपहार में दिया बंगला - Father or mother in law gifted bungalow

मध्य प्रदेश में धार के प्रकाश नगर निवासी एवं बैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी युगप्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रागिनी तिवारी ने अपनी विधवा बहू का अक्षय तृतीया पर पुनर्विवाह कराया. इतना ही नहीं विधवा बहू के सास-ससुर ने माता-पिता बन कर कन्यादान किया और अपने दिवंगत बेटे का बंगला भी बहू व उसके नए पति को उपहार में देकर बहू को फिर से गृहस्थ जीवन में प्रवेश कराया.

Dhar Widow daughter in law got remarried
एमपी में मिसाल बने सास-ससुर! विधवा बहू का कराया पुनर्विवाह

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Published : May 13, 2022, 1:33 PM IST

Updated : May 13, 2022, 6:21 PM IST

धार। कोरोना महामारी ने लाखों घरों के चिराग बुझा दिए, तो करोड़ों को अनाथ कर दिया. किसी ने अपने मां-बाप को खो दिया, तो किसी ने अपने पति या बुढ़ापे की लाठी खो दी. ऐसा ही एक वाकया धार में सामने आया था, जहां रिटायर्ड बैंक अधिकारी के बेटे की कोरोना महामारी से मौत हो गई थी. बेटा अपने पीछे 9 साल की बेटी और पत्नी को छोड़ गया. अपने बेटे की मौत के बाद रिटायर्ड बैंक अधिकारी ने अपनी बहू और पोती का दर्द समझा और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी बहू को बेटी मानकर उसकी दूसरी शादी कराई और पिता के तौर पर कन्यादान किया.

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विधवा बहू को माना बेटी और किया कन्यादान: कोरोना महामारी ने धार के युगप्रकाश तिवारी के बेटे प्रियंक तिवारी को छीन लिया. प्रियंक की मौत के बाद जहां उनकी पत्नी और 9 साल की बेटी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. प्रियंका के सास-ससुर अपनी बहू और पोती पर आए संकट को समझ रहे थे और पहाड़ सी जिंदगी कैसे कटेगी, यह उनके सामने बड़ा सवाल था. उन्होंने अपनी पोती और बहू के दुख को समझा और एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने अपनी बहू को बेटी मानते हुए उसके लिए नए जीवन साथी की तलाश शुरू कर दी. काफी मशक्कत के बाद नागपुर में उन्होंने अपनी बहू की शादी तय की और अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर बहू को बेटी मानते हुए कन्यादान किया और धार में शादी संपन्न हुई.

धार में विवाह की रस्में अदा की गई. बहू जब सोलह श्रंगार कर घर से निकली तो ये खुशी सास-ससुर के लिए सबसे बड़ी थी. उनका कहना था कि " बहु से बेटी बनी रिचा की खुशी ही उनके लिए सबसे बड़ी है. वो उसे हमेशा खुश देखना चाहते थे. बेटी के चेहरे का गम बर्दाश्त के बाहर था. लिहाजा उसके लिए नए वर की तलाश में जमीन आसमान एक कर दिया. अब जिंदगी पहले से बेहतर होगी. बेटी विदा हो गई, धूमधाम से शादी करवाई है. बिटिया को कोई दिक्कत ना हो नए गृहस्थी को बसाने में इसलिए 60 लाख का बंगला भी तोहफे में दिया है. इस पर हक भी रिचा का ही था."

कैसे बिखरी थी जिंदगी: कोरोना इंफेक्शन के चलते पिछले साल 25 अप्रैल को युग तिवारी के बेटे प्रियंक इस दुनिया से रुखसत हो गए थे. 2011 में उसकी शादी रिचा से कराई थी. प्रियंक राजधानी भोपाल की नेटलिंक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और 9 साल की बेटी के पिता. अब शादी का यह फैसला प्रियंक के पिता युग तिवारी ने बहू और पोती के लिए लिया है जो अब उनकी बेटी है. हांलाकि रिचा इस शादी के लिए तैयार नहीं थी. मगर उसे युग तिवारी और उनकी पत्नी ने मनाया और फिर विवाद संपन्न हुआ. शादी महाराषट्र् के नागपुर निवासी वरुण मिश्रा से हुई है. नागपुर में उनका बंगला था जिसे प्रियंक ने ही खरीदा था उसे भी नव दंपति को गिफ्ट किया.

Last Updated : May 13, 2022, 6:21 PM IST

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