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धनतेरस और छोटी दीपावली पर ग्रहों का शानदार योग, राशि के अनुसार करें खरीदारी - धनतेरस शुभ मुहूर्त

15 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब धनतेरस और नरक चतुर्दशी एक साथ मनाई जाएगी. नरक चतुर्दशी पर मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन यमराज की पूजा करने से अकाल मृत्यु से मुक्ति मिल जाती है.

धनतेरस और छोटी दिवाली का संयोग
धनतेरस और छोटी दिवाली का संयोग

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Published : Nov 12, 2020, 3:55 PM IST

देहरादून : कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष तिथि को त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मानाया जा रहा है. शास्त्रों के मुताबिक, धनतेरस के दिन नया सामान घर लाना बेहद शुभ माना गया है और इसका फल आपको अप्रत्यक्ष रूप से मिलता है. धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली मनाने की परंपरा है, लेकिन धनतेरस और छोटी दीपावली इस साल शुक्रवार को एक ही दिन मनाई जाएगी. इस दिन भगवान धनवंतरी जयंती भी होने के कारण अच्छे स्वास्थ्य की कामना से इस दिन उनका पूजन और हवन करना काफी लाभदायक होता है. इसके अलावा इस दिन सोने चांदी के आभूषण, चांदी का सिक्का, लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति, बर्तन, वस्त्र, गिफ्ट आइटम आदि खरीदना बहुत ही उत्तम रहता है.

हल्द्वानी के ज्योतिषाचार्य नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र का योग धन वृद्धि और संपत्ति को बढ़ाएगा. कन्या राशि एवं तुला राशि में चंद्रमा का योग सुख-समृद्धि देने वाला है. धनतेरस के मौके पर सुबह 8:55 से खरीदारी का शुभ मुहूर्त बन रहा है, जो देर शाम तक रहेगा.

धनतेरस और छोटी दीपावली पर ग्रहों का शानदार योग

धनतेरस पर होती है इनकी पूजा
धनतेरस के दिन कुबेर देवता के साथ धन की देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. इस दिन किसी भी वस्तु को खरीदना शुभ माना जाता है. कुबेर देवता लोगों को धन और समृद्धि प्रदान करने वाले हैं.

27 मिनट तक है धनतेरस शुभ मुहूर्त
इस साल धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5.32 बजे से शुरू होकर 5 बजकर 59 मिनट तक रहेगा. महज 27 मिनट के इस शुभ मुहूर्त में पूजा करना फलदायी माना जाएगा.

धनतेरस और नरक चतुर्दशी एक साथ मनाई जाएगी

राशि के मुताबिक पूजन मुहूर्त
सुबह 6 बजकर 58 मिनट से 9 बजकर 16 मिनट तक वृश्चिक लग्न जो पूजन के लिए उत्तम है. दोपहर 13 बजकर दो मिनट से 14 बजकर 30 मिनट तक कुंभ लग्न रहेगा. दोनों ही मुहूर्त में भगवान धनवंतरी महाराज का पूजन सर्वश्रेष्ठ और आरोग्य वर्धक रहेगा. इसके अलावा आभूषण, वस्त्र और बर्तन आदि खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त शाम 17 बजकर 31 मिनट से 19 बजकर 27 मिनट तक वृषभ लग्न श्रेष्ठ है. इसके बाद रात्रि 20 बजकर 45 मिनट से 22 बजकर 25 मिनट तक लाभ के चौघड़िया. ज्योतिष के अनुसार उस दिन चतुर्थी यानी छोटी दीपावली भी पड़ रही है. ऐसे में शाम 6:02 के बाद से दीपदान किया जा सकता है. ज्योतिष के मुताबिक लोग चतुर्दशी को दीपदान करते हैं, उनको मृत्यु का भय नहीं होता है.

जानिए पूजा का मुहूर्त.

राशि के मुताबिक करें खरीदारी

  • मेष राशि: स्वर्ण आभूषण, वाहन, लकड़ी का सामान, सजावट की वस्तुएं खरीदना शुभ रहेगा.
  • वृषभ राशि: चांदी के बर्तन, इलेक्ट्रानिक उपकरण, वस्त्र, देव प्रतिम आदि खरीद सकते हैं.
  • मिथुन राशि: स्वर्ण, चांदी के आभूषण, सजावट का सामान, वाहन, वस्त्र आदि खरीदना शुभ.
  • कर्क राशि: देव प्रतिमा, वाहन, बर्तन, कृषि उपकरण, रसोई से जुड़ा सामान खरीद सकते हैं.
  • सिंह राशि: स्वर्ण, तांबा के अलावा लकड़ी की बनी वस्तुएं, पूजा सामग्री लेना शुभ फलदायक है.
  • कन्या राशि: कपड़े, साज-सज्जा का सामान, वाहन, कृषि उपकरण, चांदी का सिक्का लेना श्रेष्ठ.
  • तुला राशि: चांदी के बर्तन, रसोई का सामान, वाहन, कपड़े आदि की खरीदारी कर सकते हैं.
  • वृश्चिक राशि: स्वर्ण, तांबा, इलेक्ट्रानिक उपकरण, बर्तन, मूर्ति आदि खरीदना बेहतर रहेगा.
  • धनु राशि: स्वर्ण आभूषण, फर्नीचर, रत्न आदि की खरीदारी करना श्रेष्ठकर रहेगा.
  • मकर राशि: चांदी के आभूषण, कपड़े और रसोई का सामान खरीदकर शगुन कर सकते हैं.
  • कुंभ राशि: स्वर्ण आभूषण, देव मंदिर, सजावट का सामान की खरीदारी करना श्रेष्ठ रहेगा.
  • मीन राशि: स्वर्ण, तांबा, वाहन और इलेक्ट्रानिक वस्तुएं खरीदना लाभप्रद रहेगा.

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