धनबादः कोयला खदान में अवैध खनन के दौरान हादसे में तीन लोगों की मौत हो गयी. भौरा ओपी क्षेत्र के भौरा 12 नंबर में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से ये हादसा हुआ है. बताया जा रहा है कि काफी संख्या में लोग शुक्रवार सुबह कोयले की खुदाई के लिए मुहाने में घुसे थे. एटीदेव प्रभा आउटसोर्सिंग में अवैध उत्खनन का कार्य किया जा रहा था.
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इसी दौरान जोरदार आवाज के साथ खदान की चाल धंस गई. जिससे वहां उत्खनन कर रहे लोग लोगों में भगदड़ मच गई. माइंस के अंदर से लोग बाहर की ओर भागने लगे. बताया जा रहा है कि इस दौरान मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोगों के घायल होने की बात बताई जा रही है. मौके पर प्रशासन, बीसीसीएल और स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जुटी है. खदान के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
प्रत्यक्षदर्शी विनोद कुमार ने बताया कि चाल धंसने की सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में मौके पर पहुंचे. हादसे में जख्मी लोगों को बाहर निकाला गया. मलबे में दबे 5 लोग बाहर निकाले गए. इन 5 लोगों में से तीन की मौत हो चुकी है, इसमें दो की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. स्थानीय सुबोध कुमार का कहना है कि डीजीएमएस को कई बार इसे बंद कराने के लिए कहा गया. यही नहीं अवैध खनन के विरोध में डीजीएमएस कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन भी स्थानीय लोगों ने किया.
डीजीएमएस की टीम भी मौके पर जांच की लिए पहुंची. लेकिन उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यहां अवैध उत्खनन जैसी स्थिति नहीं है. शुक्रवार को यहां जो हादसा हुआ है, उसके लिए डीजीएमएस और बीसीसीएल के जीएम जिम्मेदार हैं. डीजीएमएस और बीसीसीएल के खिलाफ इसको लेकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग लोग कर रहे हैं.
वहीं घटना के बाद बीसीसीएल की जेसीबी मौके पर पहुंची है. जेसीबी से रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है. वहीं मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने कहा कि अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने की घटना प्रथम दृष्टया लग रही है. इसमें कितने लोग की मौत हुई है या फिर कितने लोग दबे हैं, यह कह पाना अभी मुश्किल है. मामले की जांच पड़ताल के बाद ही इसकी जानकारी दी जाएगी.
बताया जा रहा है कि इस हादसे में मरने वाले 3 लोगों में एक नाबालिग भी शामिल है. पूर्वी झरिया महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष नाबालिग का शव रखकर ग्रामीण और परिजनों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है. गुस्साए लोग प्रशासन के साथ-साथ बीसीसीएल अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. नाबालिग की मां का कहना है कि कुछ लोगों के द्वारा पैसे का प्रलोभन देकर उसके बच्चे को माइंस में काम कराया जा रहा था, कई बार उन्हें मना भी किया. लेकिन फोन करके वो बच्चे को बुला लेते थे.