नई दिल्ली :भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने इंडिगो को अपने एयरबस 320 नियोस को प्रैट और व्हिटनी इंजनों के साथ विदेशी मार्गों पर संचालित करने की अनुमति दे दी है, सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
अक्टूबर में इंडिगो ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से अपने पीडब्ल्यू-संचालित नियोस के लिए EDTO (विस्तारित डायवर्जन टाइम ऑपरेशंस) को 60 मिनट पहले से 90 मिनट तक बढ़ाने की मांग की थी.
ईडीटीओ एक ऐसा ऑपरेशन होता है, जहां दो या अधिक टरबाइन इंजन वाले हवाई जहाज द्वारा किसी भी ऑपरेटर द्वारा स्थापित थ्रेशोल्ड समय की तुलना में एन-रूट वैकल्पिक एयरोड्रम का डायवर्जन समय अधिक होता है.
इंजन फैल होने की स्थिति में दोनों इंजन जेट सुरक्षित रूप से निकटतम हवाई अड्डे पर एक इंजन में उतर सकते हैं. पिछले कुछ वर्षों में पीडब्ल्यू इंजनों को कई परेशानियां झेलनी पड़ी, जिसके चलते डीजीसीए को ए 320 और ए 321 एनसीआर विमानों के संचालन को प्रतिबंधित करना पड़ा, जो मुख्य रूप से इंडिगो और गोएयर द्वारा संचालित थे.
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DGCA द्वारा EDTO की अनुमति से पहले इंडिगो को विमानन नियामक द्वारा A320 या A321 नियो एयरक्राफ्ट द्वारा 90 मिनट की वैध उड़ान का संचालन करने के लिए कहा गया था.
इंडिगो 106 एयरबस A320/323 नियोस सहित 257 से अधिक विमानों का संचालन करती है. इंडिगो ने डीजीसीए के ईडीटीओ क्लीयरेंस पर मार्गों पर उड़ान भरने जैसी किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी.