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131वीं बार साइकिल से मां ज्वाला के दर्शन करने पहुंचे राजेंद्र गुप्ता - Maa Jwala temple

आपसी भाईचारे और विश्व शांति का संदेश देने के मकसद से साइकिल पर राजेंद्र गुप्ता धार्मिक स्थलों के भ्रमण पर निकले हैं. बठिंडा निवासी राजेंद्र गुप्ता अपनी यात्रा के दौरान रविवार को मां ज्वाला के दरबार पहुंचे. वह मां ज्वाला के दर्शन 131वीं बार आज कर रहे हैं. राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि पिछले लगभग 32 सालों से वह देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कर रहे है.

राजेंद्र गुप्ता
राजेंद्र गुप्ता

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Published : Jun 27, 2021, 8:21 PM IST

चंडीगढ़ :आपसी भाईचारे और विश्व शांति का संदेश देने के मकसद से साइकिल पर राजेंद्र गुप्ता धार्मिक स्थलों के भ्रमण पर निकले हैं. पिछले लगभग 32 सालों से वह देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कर रहे हैं. बठिंडा निवासी राजेंद्र गुप्ता अपनी यात्रा के दौरान रविवार को मां ज्वाला के दरबार पहुंचे.

साइकिल पर करते हैं धार्मिक यात्रा

राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि वह साइकिल पर ही धार्मिक यात्रा पर पूरे भारत में निकलते हैं. भाईचारे और शांति के लिए हर जगह मंदिर में जाकर भगवान से आशीर्वाद मांगते हैं. वहीं, इस बार वह ज्वालामुखी पहुंचे हैं. मां ज्वालामुखी (jwala devi mandir in himachal) के दरबार पर पहुंच कर, उन्होंने कामना की कि कारोना जैसी महामारी का जल्दी अंत हो और सभी लोग मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंच सकें.

131वीं बार साइकिल से मां ज्वाला के दर्शन करने पहुंचे राजेंद्र गुप्ता

32 सालों से यात्रा जारी

राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि गंगासागर से लेकर वाराणसी, हरिद्वार, अमरनाथ आदि सभी जगह की वह यात्रा कर चुके हैं. अभी तक वह पांच लाख 80 हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. पिछले 32 सालों से यह यात्रा जारी है. क्षेत्र के सभी लोग राजेंद्र गुप्ता के जज्बे को देखकर हैरान रह गए. कोरोना महामारी के चलते मंदिरों के कपाट बंद हैं जिस कारण मां ज्वालामुखी के दर्शन तो नहीं हो सके, लेकिन मंदिर के बाहर से ही उन्होंने माता ने दर्शन किए.

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131वीं बार किए मां ज्वाला के दर्शन

उन्होंने बताया कि वह मां ज्वाला के दर्शन 131वीं बार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसके बाद वह हरिद्वार जाएंगे और फिर चारधाम की यात्रा (Char Dham Yatra) करेंगे. उनके अनुसार रास्ते में हर कोई उनकी सहायता कर देता है. जिससे यात्रा के दौरान उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होती.

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