मुंबई : महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को कहा कि राज्य का खुफिया विभाग कुछ हस्तियों पर किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट करने का दबाव डालने के आरोपों के संबंध में जांच करेगा. देशमुख के इस बयान के बाद भाजपा ने शिवसेना नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला किया.
भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस कदम को घृणास्पद और अत्यंत निंदनीय' बताया और कहा कि सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को भारत रत्न विजेताओं के लिए जांच शब्द का इस्तेमाल करते हुए शर्मिंदगी महसूस होना चाहिए.
उन्होंने कहा ऐसा लगता है कि उन सबकी 'मानसिक हालत' की जांच होनी चाहिए जिन्होंने इस जांच की मांग की है और इसका आदेश दिया है.
फडणवीस ने ट्वीट किया, 'क्या यह एमवीए सरकार सारा विवेक खो चुकी है? एमवीए को भारत रत्न विजेताओं के लिए जांच शब्द के इस्तेमाल पर शर्मसार होना चाहिए. भारत रत्न विजेताओं के खिलाफ इस तरह की मांग और ऐसे आदेश देने वालों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच कराने की जरूरत है.'
दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और पॉप स्टार रिहाना के टवीट के बाद पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और गायिका लता मंगेशकर समेत कई हस्तियों ने सोशल मीडिया पर सरकार के समर्थन वाले हैशटेग के साथ जवाबी ट्वीट किए थे.
तेंदुलकर और मंगेशकर भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से विभूषित हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने शिवसेना नेतृत्व वाली सरकार पर परोक्ष हमला करते हुए कहा, 'आपका मराठी गौरव अब कहां गया? आपका महाराष्ट्र धर्म अब कहां है? देश के लिए एकजुट होने वाले ‘भारत रत्न’ के खिलाफ जांच का आदेश देने वाले ऐसे रत्न हमें देशभर में नहीं मिलेंगे.'