दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

भाजपा में शामिल हुए देवेंद्र राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया - Surjit Singh Slathia join BJP

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व नेता देवेंद्र सिंह राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया ने भाजपा का दामन थाम लिया है. जम्मू-कश्मीर की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले दोनों नेताओं ने बीते दिनों नेशनल कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा दे दिया था.

देवेंद्र सिंह राणा
देवेंद्र सिंह राणा

By

Published : Oct 11, 2021, 1:00 PM IST

Updated : Oct 11, 2021, 5:41 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई देवेंद्र सिंह राणा सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए. उनके साथ सुरजीत सिंह सलाथिया ने भी भाजपा का दामन थामा. नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, धर्मेंद्र प्रधान और जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व नेताओं का पार्टी में स्वागत किया.

भाजपा में शामिल होने के बाद देवेंद्र राणा ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि जम्मू का भी पॉलिटिकल नैरेटिव होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के समावेशी नैरेटिव के तहत काम करेंगे. हम 'डिक्सन' योजना और उनके समर्थकों को सफल नहीं होने देंगे.

भगवा पार्टी में शामिल होने के बाद देवेंद्र राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात

बता दें कि देवेंद्र सिंह राणा ने रविवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा दे दिया था. इससे एक दिन पहले सुरजीत सिंह सलाथिया ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी थी. इसके बाद दोनों नेताओं के भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही थी. देवेंद्र सिंह राणा जम्मू-कश्मीर की राजनीति में अहम स्थान रखते हैं.

नेशनल कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा देने के बाद राणा ने कहा था कि उनका 'जम्मू घोषणा पत्र' राजनीतिक खाका है. उन्होंने कहा कि वे अपना राजनीतिक करियर जोखिम में डाल कर भी वह पूरी एकाग्रता से जम्मू घोषणा पत्र पर काम करेंगे.

यह भी पढ़ें- नेशनल कॉन्फ्रेंस को जम्मू में बड़ा झटका, दो प्रमुख नेताओं ने पार्टी छोड़ी

देवेंद्र राणा पूर्व विधायक और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के छोटे भाई हैं. वह तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार का पद छोड़ने के बाद 2011 से ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर काबिज थे. राणा को नेशनल कॉन्फ्रेंस की जम्मू इकाई की रीढ़ माना जाता था.

राणा ने 30 जनवरी को 'जम्मू घोषणा पत्र' का प्रस्ताव किया था जिसमें जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों और समुदायों में एकजुटता और विश्वास बहाल करने पर जोर दिया गया है.

Last Updated : Oct 11, 2021, 5:41 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details