नई दिल्ली: रिपोर्टों से पता चलता है कि गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध के कारण इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन अपने ही देश में लोगों के बीच लोकप्रियता खो रहे हैं. वहीं एक नए सर्वेक्षण से पता चलता है कि फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास भी वेस्ट बैंक में रहने वाले फिलिस्तीनियों के बीच लोकप्रियता के मामले में गिर रहे हैं. वहीं, 7 अक्टूबर को गाजा में युद्ध छिड़ने के बाद से वेस्ट बैंक में हमास की लोकप्रियता तीन गुना से भी ज्यादा हो गई है.
फिलीस्तीनी सेंटर फॉर पॉलिसी एंड सर्वे रिसर्च (पीसीपीएसआर) द्वारा गाजा और वेस्ट बैंक के दोनों फिलीस्तीनी क्षेत्रों में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश लोगों का मानना है हमास को खत्म करना या दूसरा फिलिस्तीन पैदा करना या गाजा पट्टी के निवासियों को निष्कासित करने में इजरायल सफल नहीं होगा. इसके परिणाम इस सप्ताह जारी किए गए थे.
पीसीपीएसआर ने एक बयान में कहा, 'वास्तव में एक बड़ा बहुमत मानता है कि हमास इस युद्ध से विजयी होगा. बहुमत का यह भी कहना है कि युद्ध के बाद हमास गाजा पट्टी पर नियंत्रण फिर से शुरू कर देगा.' सर्वेक्षण के अनुसार गाजा पट्टी में हमास के लिए समर्थन बढ़ा है, लेकिन उल्लेखनीय रूप से नहीं. पीसीपीएसआर ने कहा, 'यह ध्यान देने योग्य है कि हमास के लिए समर्थन आमतौर पर युद्ध के दौरान या उसके तुरंत बाद अस्थायी रूप से बढ़ जाता है और फिर युद्ध की समाप्ति के कई महीनों बाद पिछले स्तर पर लौट आता है.'
साथ ही सर्वेक्षण में पाया गया कि राष्ट्रपति अब्बास और उनकी फतेह पार्टी के लिए समर्थन में काफी गिरावट आई है. पीए (फतह-नियंत्रित फिलिस्तीनी प्राधिकरण जो वेस्ट बैंक में सत्ता में है) पर विश्वास के लिए भी यही सच है, क्योंकि इसके विघटन की मांग लगभग 60 प्रतिशत तक बढ़ गई है, जो पीएसआर चुनावों में दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक प्रतिशत है. पीसीपीएसआर ने कहा, 'अब्बास के इस्तीफे की मांग वेस्ट बैंक में लगभग 90 प्रतिशत और उससे भी अधिक तक बढ़ रही है.'
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति के रूप में यासिर अराफात के बाद उत्तराधिकारी बने 87 वर्षीय अब्बास ने राजनीतिक वार्ता की एकल पद्धति पर जोर दिया है. लोकप्रिय अहिंसक विरोध प्रदर्शनों पर जोर देते हुए यह दिखाया है कि फिलिस्तीनी इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे में यथास्थिति को खारिज करते हैं. अल मॉनिटर समाचार वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, उम्रदराज अब्बास जिनके पास अपने पूर्ववर्ती अराफात जैसा करिश्मा कभी नहीं है. उन्होंने 2021 में फिलिस्तीनी आम चुनावों को अचानक स्थगित करने और इजरायलियों के साथ सुरक्षा समन्वय बनाए रखने के बाद लोकप्रियता खो दी. अब्बास की सैद्धांतिक राजनीतिक स्थिति - जो पूरी तरह से संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति पर निर्भर है.
ओस्लो समझौता, इजराइल और फिलिस्तीन मुक्ति संगठन के बीच समझौते, यरूशलेम में अल अक्सा मस्जिद और यहूदी बसने वालों जैसे मुद्दों पर फतह की विफलता के कारण हमास को वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के बीच लोकप्रियता मिली. दिलचस्प बात यह है कि पीसीपीएसआर सर्वेक्षण के अनुसार फतह और अब्बास के समर्थन में गिरावट के बावजूद सबसे लोकप्रिय फिलिस्तीनी व्यक्ति फतह नेता मारवान बरगौटी ही हैं. यदि अभी चुनाव होते हैं तो बरघौटी हमास के उम्मीदवार इस्माइल हानियेह या किसी अन्य को हराने में सक्षम होंगे.