इटावा :एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या का पारिवारिक विवाद अभी सुलझ नहीं पाया है. दोनों के बीच मौजूदा समय में भले ही फासले हो गए हों लेकिन एक दौर था जब दोनों ही एक-दूसरे का खास ख्याल रखा करते थे. दोनों के बीच आपसी मनमुटाव के बीच कई सवालों ने भी जन्म ले लिया. पति-पत्नी की तल्खियों के बीच आईपीएस मनीष दुबे का भी नाम सामने आया. एक बार मनीष दुबे ने ज्योति मौर्या को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था कि आलोक को पता नहीं कि आईएएस में कितने पेपर होते हैं, लेकिन उनके दावों में सच्चाई नजर नहीं आती. अभय वीर स्मृति महाविद्यालय से आलोक ने बीटीसी की थी. वह पढ़ने में बेहद होशियार भी हुआ करते थे.
आलोक मौर्या ने की है बीटीसी :एसडीएम बनने से पहले ज्योति मौर्या शिक्षिका थीं. उस दौरान उनके संकुल प्रभारी रहे जितेंद्र सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जसवंत नगर के अजनौरा गांव स्थित परिषदीय विद्यालय में ज्योति प्रशिक्षु शिक्षिका थीं. उनके पति आलोक मौर्या ने इटावा के उदी मोड़ के पास स्थित अभय वीर स्मृति महाविद्यालय से सन 2015 में बीटीसी की पढ़ाई की थी. उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद भी आलोक मौर्या को चतुर्थ श्रेणी की नौकरी करनी पड़ी. उस समय किन्हीं कारणों से वह परीक्षा क्लीयर नहीं कर पाए थे. संभव है कि वह चाहते रहे हों कि ज्योति ही पढ़-लिखकर आगे बढ़ें. आलोक ने भी अगर खुद के सपनों को पूरा करने की जिद की होती तो निश्चित तौर पर वह भी आज अच्छे मुकाम पर होते.