मुंबई : उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास विस्फोटकों से लदी एसयूवी मिलने के मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद से मामले में राजनीति और गर्मा गई है.
विपक्ष के सवालों से घिरे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मुकेश अंबानी के घर के सामने स्कार्पियो गाड़ी में जो जिलेटिन पाई गई थी उसकी और मनसुख हिरेन के हत्या की जांच एनआईए और एटीएस कर रही है. जो भी सत्य सामने आएगा उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि 'सचिन वाजे बहुत ही ईमानदार और सक्षम अधिकारी हैं. उन्हें जिलेटिन की छड़ें पाए जाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच करना मुंबई पुलिस की जिम्मेदारी है. किसी केंद्रीय टीम की जरूरत नहीं थी.'
राउत ने कहा कि 'केंद्रीय एजेंसी को जांच सौंपी गई है हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन जानबूझकर केंद्रीय जांच एजेंसियों को लगाकर मुंबई पुलिस का मनोबल तोड़ने का काम किया जा रहा है.'
मुंबई पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग
उधर, मामले में कंदीवाली के पूर्व भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने सरकार से सवाल किया है कि जिस एपीआई को 17 वर्ष पहले सेवानिवृत्त कर दिया गया था उसको आखिरकार क्राइम ब्रांच के इतने बड़ी जिम्मेदारी वाले विभाग में क्यों रखा गया.
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अतुल भातखलकर ने कहा कि सचिन वाजे आतंकवादी गतिविधियों ने संलिप्त पाया गया ऐसे अधिकारी को क्यों रखा गया. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि 'मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने की पेशकश करनी चाहिए.'