अमरावती : आंध्र प्रदेश में शुक्रवार को रायलसीमा के तीन जिलों एवं एक दक्षिणी तटीय जिले में 20 सेंटीमीटर तक भारी वर्षा होने से भयंकर तबाही हुई है और वर्षाजनित घटनाओं में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गयी.
कडप्पा जिले में अब भी 12 लोग लापता हैं तथा वायुसेना, एसडीआरएफ और अग्निशमन सेवाओं के कर्मियों ने आकस्मिक बाढ़ में फंसे कई लोगों को बचाया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से फोन पर बात की और स्थिति के बारे में जानकारी ली एवं राज्य को सभी सहायता पहुंचाने का वादा किया.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि मुख्यमंत्री शनिवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.उफनती नदियों एवं नहरों से कई जिलों में बाढ़ आ गयी है, कुछ स्थानों पर सड़कें टूट गयी हैं और जनजीवन पटरी से उतर गया है.
शुक्रवार को रेनिगुंटा में तिरुपति अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को उड़ान परिचालन के लिए खोला गया, परंतु तिरुमला पहाड़ियों को जाने वाली दो घाट सड़कें बंद रहीं. अलीपीरी से तिरुमला को जाने वाली सीढ़ीदार सड़क को भूस्खलन एवं बाढ़ से बड़ा नुकसान पहुंचा है और उसे बंद कर दिया गया है.मुख्यमंत्री ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अधिकारियों से पहाड़ी पर फंसे तीर्थयात्रियों के लिए रहने एवं भोजन का प्रबंध करने को कहा है.कडप्पा जिले के राजमपेटा में चेय्येरू नहर में आकस्मिक बाढ़ आने से कम से कम पांच लोगों की जान चली गयी तथा 12 लोग अब भी लापता हैं .
बता दें कि, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार तड़के तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बीच के तट को पार कर गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी. IMD के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र चेन्नई और पुडुचेरी के बीच तट को पार कर गया.
IMD ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया. शुक्रवार को तड़के तीन से चार बजे के बीच पुडुचेरी और चेन्नई के बीच उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के आसपास के तटों को पार कर गया.