चंडीगढ़ : प्रदेश में डेंगू (haryana dengue cases increasing) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस समय हरियाणा में 500 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और यह मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इस बार डेंगू की वजह से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. आखिर डेंगू के मामले क्यों बढ़ रहे हैं. लोग इससे कैसे बचाव (dengue precautions) कर सकते हैं और डेंगू के लक्षणों (symptoms of dengue) को लोग कैसे पहचान सकते हैं. इसको लेकर ETV BHARAT ने चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर सोनू गोयल से खास बातचीत की.
डॉ. सोनू गोयल ने बताया कि इस बार डेंगू के मामले बढ़ने का सबसे मुख्य कारण मानसून का लंबा खीचना है. मानसून की वजह से जगह-जगह पर पानी इकट्ठा होने के कारण डेंगू के मच्छर पैदा हो गए और उसी वजह से ही डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. जब किसी को डेंगू होता है तो उसे तेज बुखार होता है, उसके सिर में भी तेज दर्द होता है. इस बुखार में हड्डियों में दर्द होता है. इसी वजह से इस बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है.
डेंगू के बुखार में प्लेटलेटस तेजी से कम होता है
अगर ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. डेंगू के बुखार में प्लेटलेटस तेजी से गिरता है. जिस का तुरंत इलाज जरूरी होता है. लोग लापरवाही न बरतें और घर पर इलाज की कोशिश न करें. उन्होंने बताया कि डेंगू बच्चों में ज्यादा देखने को मिलता है, क्योंकि बच्चे ज्यादा समय घर के बाहर खेलते हैं. बच्चे टी-शर्ट और निकर पहने होते हैं, जिससे उनके शरीर का ज्यादातर हिस्सा खुला होता है. जहां पर उन्हें मच्छर काट लेते हैं. माता-पिता ध्यान रखें कि बच्चे जब भी घर से बाहर जाएंं तो वे पूरी बाजू की टीशर्ट और पायजामा पहने हों. बड़े भी इन बातों का ध्यान रखें और वे भी डेंगू से बच कर रहें.
इसके अलावा घरों में पानी इकट्ठा न होने दें. कूलर, खाली पड़े बर्तनों, प्लास्टिक का सामान, टायर आदि में पानी जमा हो जाता है तो उसे साफ कर दें. इसके अलावा लोग गमलों में पानी देते हैं. कई बार गमलों में पानी पड़ा रहता है, इसलिए लोग गमलों में थोड़ा-थोड़ा पानी दें, जो मिट्टी में चला जाए. चाहे पौधों को दिन में दो बार पानी दें, लेकिन एक बार में ज्यादा पानी नहीं दें. बारिश के मौसम में अगर घर के आस-पास कहीं पर पानी पड़ा है तो वहां पर मिट्टी डलवा दें. अगर मिट्टी नहीं डलवा सकते तो वहां पर मिट्टी के तेल का छिड़काव कर दें. मिट्टी के तेल का छिड़काव करने से उस पानी में मच्छर नहीं पनपेगा.
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