बिलासपुर : उज्ज्वला शेल्टर होम केस को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. विपक्ष की इस मांग पर सीएम भूपेश बघेल ने चुप्पी साध ली. उन्होंने बस इतना कहा कि 'पीड़ित महिला ने शिकायत की है. आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है'.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जो खुलासा हुआ, इससे साफ जाहिर है कि यह काफी लंबे समय से चल रहा था. न जाने कितने लोग इनके चंगुल में फंसे हैं, जो संकोच के कारण खुलकर सामने नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और सारे तथ्य उजागर होने चाहिए.
कौशिक ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, चिंता का विषय है. यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की जाती है तो स्वाभाविक तौर पर आरोपियों का मनोबल बढ़ेगा. सरकार को चाहिए कि तत्काल इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच करे. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
क्या है उज्जवला शेल्टर होम केस
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उज्ज्वला गृह की युवतियों ने संचालक और कर्मचारियों पर गंदी हरकत और शोषण का आरोप लगाया है. युवतियों का बयान कोर्ट में दर्ज किया गया है. महिला आयोग ने भी स्वत: संज्ञान लिया है. मेडिकल जांच रिपोर्ट के बाद सरकंडा पुलिस ने संचालक जीतेंद्र मौर्य को गिरफ्तार भी कर लिया है.
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