पुणे: इस समय देश के बाकी हिस्सों के साथ-साथ राज्य में भी लू तेज हो गई है. पिछले 2 साल से गर्मी में रमजान का पवित्र महीना पड़ रहा है. ऐसे में पुणे के निसार शेख की चर्चा ना हो यह हो ही नहीं सकता. पुणे के निसार शेख (Nisar Shekh) 1992 से गुरुवर पेठ गुरुवर पेठ के मोमिनपुरा में लोगों को ताहुरा पिला (Mominpura of Guruvar Peth since, Pune 1992) रहे हैं. मूल प्रकृति में मिल्कशेक जैसा यह ठंडा पेय पदार्थ है लेकिन बर्फ रबडी और निसार खान की खास सिक्रेट रेसेपी से तैयार ताहुरा सिरप मिला होने के कारण अलग ही लज्जत पैदा करती है. निसार हर रोज 2800 से 3000 ग्राहकों को ताहुरा सर्व करते हैं.
रोजा रखने वालों के लिए खास ड्रिंक ताहुरा
पुणे के निसार शेख (Nisar Shekh) 1992 से गुरुवर पेठ के मोमिनपुरा में लोगों को ताहुरा पिला (Mominpura of Guruvar Peth Pune since 1992) रहे हैं. मूल प्रकृति में मिल्कशेक जैसा यह ठंडा पेय पदार्थ, बर्फ रबड़ी और निसार खान की सिक्रेट रेसेपी से तैयार ताहुरा सिरप मिला होने के कारण अलग ही लज्जत पैदा करती है.
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यूं तो सालो भर निसार के ठेले पर लोगों की भीड़ रहती है. पर रमजान के महीने में ताहुरा की डिमांड और बढ़ जाती है. 1992 में, निसार शेख ने गुरुवर पेठ, ताहुरा के मोमिनपुरा में एक ठेले पर एक ठंडा पेय बनाना शुरू किया जिसका नाम रखा ताहुरा रखा. सबसे पहले एक मिक्सी के जार में बर्फ डाली जाती है. फिर निसार खान की रेसेपी से तैयार रबडी और खास ताहुरा सिरप. निसार बताते हैं कि इसके बाद अच्छी क्वालिटी के काजू, बादाम, पिस्ता का पेस्ट डाला जाता है. निसार के ग्राहक किसी एक जाति या धर्म और इलाके तक सीमित नहीं हैं. निसार के पास महाराष्ट्र के अन्य जिलों से भी ऑर्डर आते हैं.