नई दिल्ली : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में एक सिख युवती के अपहरण, जबरन धर्मांतरण और उसके बाद एक रिक्शा चालक से उसका निकाह कराए जाने के बाद सिख समुदाय में रोष व्याप्त है. इसी क्रम में सोमवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के एक प्रतिनिधिमंडल ने इसकी शिकायत और कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन (Pakistan High Commission) पहुंचा. हालांकि पाकिस्तान के उच्चायुक्त एजाज खान से मिलने के बाद भी प्रतिनिधिमंडल ठोस आश्वासन न मिलने के कारण निराश दिखा. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कमीशन से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा है कि वह इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उठाएंगे और जरूरत पड़ने पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक भी जाएंगे.
बता दें कि बीते 20 अगस्त को बीबी दीना कौर नाम की महिला का अपहरण कर पहले धर्मांतरण कराया गया और उसके बाद एक रिक्शा चालक से निकाह करवा दिया गया था, जिसके बाद पाकिस्तान समेत अन्य देशों से भी इस घटना का विरोध शुरू हुआ. हरमीत सिंह कालका ने बताया कि पाकिस्तान दूतावास में उनकी मुलाकात एक अधिकारी से कराई गई जिनके सामने उन्होंने मामले से संबंधित बात रखी, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारी का रवैया अपने लोगों को बचाने वाला दिखा.
उन्होंने बताया कि अधिकारी ने कहा कि कानून के दायरे में मामले की जांच चल रही है. जिस व्यक्ति पर आरोप है उस पर मामला दर्ज हुआ है, हिरासत में भी लिया गया है और इसी हफ्ते उसे कोर्ट में भी पेश किया जाएगा. लेकिन हैरानी की बात है कि महिला को अब तक उसके परिवार से नहीं मिलवाया गया है. सिख समुदाय के लोगों को संदेह है कि ऐसा इस घटना में शामिल लोगों को बचाने के लिए ही किया जा रहा है. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने पाकिस्तानी अधिकारियों के व्यवहार पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जब भी उनका प्रतिनिधिमंडल किसी भी देश के उच्चायोग या अधिकारी से मिलता है तो उनकी एक भावना दिखती है कि जो गलत हुआ है उसे ठीक किया जाए लेकिन पाकिस्तान उच्चायोग में उन्हें ऐसा नहीं लगा. भारत में तैनात पाकिस्तानी अधिकारी ने पल्ला झाड़ते हुए उन्हें कहा कि उनके देश के कानून के मुताबिक कार्रवाई चल रही है.